जैसलमेर । जिला कलक्टर प्रतापसिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण कर परिवादियों को राहत दें ताकि जिले के उच्च स्तरीय फोर्म के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े। उन्होंने सतर्कता समिति में दर्ज कुल 17 प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्यवाही करने के बाद 8 प्रकरण समिति स्तर से निस्तारित किये गये।
ये प्रकरण हुए निस्तारित
बैठक में परिवादी पुष्पा चौधरी के आंगनवाड़ी सहायिका पद पर चयन में फर्जीवाड़े के संबंध में उप निदेशक महिला एवं बाल विकास ने बताया कि जिस राजस्व गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र है, उसी गांव की महिला का चयन किया गया है एवं किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है। इस मामले को समिति स्तर से निस्तारित किया गया। इसी प्रकार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में जलदाय विभाग द्वारा पानी सप्लाई करने, गफूरखां के सगरों की बस्ती में नरेगा के कार्यो में अनियमितता मामले में जांच कमेटी द्वारा जांच की गई एवं किसी प्रकार की अनियमितता नहीं होने की रिपोर्ट दी इस पर समिति स्तर से यह मामला भी निस्तारित कर दिया गया। इसके साथ ही सुकर्ण मेघवाल के मामले में अधीक्षण अभियंता विद्युत ने बताया कि परिवादी द्वारा विद्युत कनेक्शन के लिये किसी प्रकार की पत्रावली जमा नहीं कराई है इसलिए यह प्रकरण भी निस्तारित कर दिया गया।
इनको दिए निर्देश
जिला कलक्टर ने परिवादी नसीरखां के मामले में अतिरिक्त विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे अगली बैठक से पूर्व इसकी जांच कर कार्यवाही करें एवं वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसी प्रकार परिवादी नागूखां गजवों की बस्ती के बैंक खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर रुपए उठाने के मामले में जिला कलक्टर ने बैंक अधिकारी को संबंधित बैंककर्मी के विरुद्व कार्यवाही कर रिपोर्ट पेश करने, परिवादी पूराराम व रुपाराम लूणाखुर्द के मामले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जिला परिषद से जांच टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही करावें। इसी प्रकार परिवादी अहमदखां निवासी 7 आरएनडी के फूलासर पंचायत में सरकारी राशि के गलत उपयोग के मामले में विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे आगामी बैठक से पूर्व इसकी जांच करवा कर आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इसके साथ ही परिवादी दुरजनसिंह ताड़ाना के भ्रष्टाचार एवं गबन के मामले में विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करावें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मुन्नीराम बागड़िया, युआईटी सचिव जितेन्द्रसिंह नरुका, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर पवन कुमार के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।