उदयपुर : भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता डॉ. रेणू राठौड़ ने अपने उद्बोधन में हिंदी दिवस मनाने के उद्देश्यों को प्रकट करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रत्येक छात्र की रचनात्मक क्षमता के विकास पर जोर देती है और विभिन्न प्रतियोगिताएं भावनात्मक, सामाजिक, नैतिक क्षमताओं और स्वभाव को विकसित करने में प्रत्येक छात्र की मदद करती है। आयोजन प्रभारी डॉ चंद्ररेखा शर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हिंदी भाषा ने नवीनतम तकनीक एवं डिजिटल माध्यम को अपनाते हुए अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है तथा यह विश्व की प्रमुख पसंद की जाने वाली भाषा में शामिल हो चुकी है। इस अवसर पर निबंध , स्वरचित कहानी लेखन एवं स्वरचित कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। विश्वविद्यालय चेयरपर्सन प्रो. कर्नल शिव सिंह सारंगदेवोत ,सचिव डॉ.महेंद्र सिंह आगरिया, प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, कुलसचिव डॉ. निरंजन नारायण सिंह खोड़ आदि सभी ने इस अवसर पर प्रेषित अपने संदेश में कहा कि हिंदी दिवस केवल एक दिन मनाने से उद्देश्य पूर्ण नहीं हो जाता अपितु इसका उद्देश्य संज्ञानात्मक कौशल के साथ ही आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, समस्या समाधान, बौद्धिक जिज्ञासा एवं सामाजिक जिम्मेदारी इत्यादि से सभी को परिपूर्ण करना होता है। इस अवसर पर सह अधिष्ठाता डॉ. रितु तोमर, डॉ संगीता राठौड़ डॉ मनीषा शेखावत, डॉ .हेमेंद्र सिंह शक्तावत, डॉ प्रदीप पुरोहित, डॉ पंकज आमेटा, डॉ. निशा तंवर तथा डॉ. कंचन राणावत आदि ने उपस्थित रहकर अपने विचारों से सभी को लाभान्वित करते हुए प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया।