उदयपुर | 16 अगस्त को शहर के मध्य में स्थित सरकारी विद्यालय में मामूली कहासुनी को लेकर उदयपुर के एक विलक्षण प्रतिभाशाली विद्यार्थी की चाकू से वार कर निर्मम हत्या कर दी गई। 19 अगस्त को उसे बालक के मृत्यु की पुष्टि की गई 20 अगस्त को उसका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ और 21 अगस्त को नगर निगम के सुखाड़िया रंग मंच पर सर्व समाज की ओर से शोक सभा एवं तीसरे की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उदयपुर के प्रत्येक समाज के व्यक्ति ने भाग लेकर वीरह से व्यथित उस परिवार, उन माता-पिता भाई बहनों को संबल बंधाने का हर मुमकिन प्रयास किया परंतु विधि ने जो घाव उनके हृदय पर किया उसका यूं भर पाना नामुमकिन था।
सुखाडिया रंग मंच पर गमगीन माहौल में शोक सभा प्रारंभ हुई परिवार जनों को बिठाया गया और उसके सम्मुख खचाखच भरे सभागार में अपने मन में व्यथा को लेकर आक्रोश को दबाकर सर्व समाज के जन मंच पर बड़े बैनर पर उसे मासूम बच्चे की तस्वीर को देखते हुए बार-बार उस दुर्घटना पर अफसोस व्यक्त कर रहे थे। प्रत्येक व्यक्ति का मन आहत था समाज के युवा रजनीश चुहड़िया ने शोक सभा प्रारंभ की और उस प्रतिभाशाली दिवंगत बालक देवराज के बारे में उसके जीवन का परिचय दिया तत्पश्चात सर्व समाज के बंधुओ और जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने ने शोक संदेश में विभिन्न प्रकार के विचार व्यक्त किया जिसमें लगभग सभी के जहां में इस वीभत्स घटना का दर्द और आक्रोश समाया हुआ था सभी ने इस घटना की एक स्वर से निंदा की सभी के द्वारा विद्यालय प्रशासन की गौर लापरवाही को दोषी ठहराया गया सभी ने वर्तमान में कानून में जिस तरह की व्यवस्था कर रखी है ऐसे हादसों के बाद कानून में परिवर्तन लाने की बात भी जनप्रतिनिधियों के सम्मुख कही। सभी ने अस्पताल में पहुंचने वक्त जिस प्रकार से पुलिस एवं जिला प्रशासन ने स्थिति को कानून और व्यवस्था को संभालने का काम किया और जिस प्रकार से अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित देवराज के सब अंगों के काम करने बंद होने के बाद भी जिस प्रकार से हर मुमकिन प्रयास किया उसकी सराहना की गई जनप्रतिनिधियों ने एवं सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार से इस घटना पर पूरी तरह से नजर रखते हुए जिला एवं अस्पताल प्रशासन को हर कार्रवाई की छूट दी और जिस प्रकार से इसकी मॉनीटरिंग की गई उससे शहर तबाह होने से बच गया।
वक्ताओं ने चाहे कोई भी समाज का व्यक्ति हो उसके घर की तलाशी करके और अवैध हथियार रखने वालों को चिन्हित कर शहर की शांति को भंग करने वालों के खिलाफ अभियान चलाने की भी मांग की।
इस प्रकार के केस को जहां पर 32 सालों में परिणाम आता है मैं फेर बदल कर कानून में ऐसी व्यवस्था करने की मांग की की प्रतिदिन कोर्ट में इसकी सुनवाई हो और जल्द से जल्द पीड़ित को न्याय मिले और इस प्रकार की कृत्य करने वाले को उसकी उम्र से नहीं बल्कि उसके जुर्म से पहचान की जाए और उसको उसी हिसाब से दंडित किया जाए।
जनप्रतिनिधियों ने आमजन को आश्वस्त किया की इस कार्य को पुरी सावधानी के साथ पूरा किया जाएगा जो जो भी इसमें दोषी होगा उसको दंड दिया जाएगा कानून मंत्री से मिलकर कानून में फेर बदल करने का आग्रह करके जल्द से जल्द दंड देकर पीड़ित को न्याय दिलाने का काम किया जाएगा और जब तक ऐसा नहीं होगा वह चैन से नहीं बैठेंगे।
वक्ताओं ने इस बालक को बड़ा ही अविस्मरणीय कार्य करने वाला विलक्षण प्रतिभा का धनी व्यक्ति बताया, बताया कि शनिवार और मंगलवार को अपनी टोली के साथ वह हनुमान चालीसा का पाठ करता था। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जब उसके स्कूल में छुट्टियां थी तब उसने और उसकी बहन ने बड़े ही मनोयोग से भारतीय जनता पार्टी के कॉल सेंटर पर स्वेच्छा से अपनी सेवाएं प्रदान की और वहां पर काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति और प्रत्येक कार्यकर्ता का दिल जीत लिया। इनकी माता स्वयं भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता है जिन्होंने भी अपने परिवार से समय निकालकर पार्टी संगठन को सेवा प्रदान की।
मीडिया प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल ने बताया पंजाब के महामहिम राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया ने अपने शोक संदेश में इस प्रतिभाशाली बालक के निधन को संपूर्ण समाज उदयपुर शहर एवं संगठन के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि इतना धार्मिक प्रवृत्ति का और होनहार विलक्षण प्रतिभा का बालक केवल एक छोटी सी बात पर जिसकी हत्या हो जाए और पूरा का पूरा परिवार तबाह हो जाए इससे बड़ी घटना हो नहीं सकती अत्यंत निंदनीय घटना है। उन्होंने घटनाक्रम पर जिस प्रकार से अधिकारियों को निर्देश दिए उसके बारे में बताया और कहा कि उसका ब्लड लॉस हो चुका था उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा नही के बराबर रह गई थी शरीर के विभिन्न ऑर्गन्स इससे प्रभावित हो चुके थे उसके बावजूद चिकित्सकों ने अपनी हर मुमकिन कोशिश में कमी नहीं की और लगातार उसे बच्चों की जीवन नैया को बचाने के लिए पूरा का पूरा प्रयास किया।
उन्होंने पुलिस प्रशासन से कुछ सवाल की है जिनके जवाब उनको ढूंढना है जिसमें उन्होंने कहा कि 20 कदम पर पर्यटन थाना है वहां से सहायता क्यों नहीं मिली एंबुलेंस को कॉल किया उसको किसने उठाया और उसका जवाब क्यों नहीं आया थ्री व्हीलर वाहन पर नहीं मिल पाया तो स्कूटी पर तीन जनों को बिठाकर किसने उन्हें अस्पताल रवाना किया स्कूल प्रशासन से साथ में कौन नहीं गया कौन पब्लिक का व्यक्ति साथ में था कौन स्कूल का व्यक्ति साथ में था यह जिम्मेदारी किसकी थी इसका पता लगाना होगा। उन्होंने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दिए की एक महीने का सबको समय दे दो चाहे वह किसी भी धर्म और पंथ का क्यों ना हो की अवैध हथियार को जमा कर दे और उसके बाद चरणबद्ध तरीके से इसका अभियान की चलाकर अवैध हथियारों को जब्त किया जाए। शहर की शांति और सद्भाव की कीमत पर कोई भी काम ना हो इस पर प्रशासन ध्यान दें। उन्होंने कहा कि विद्यालय में हथियार ला रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन है उसका पता लगाया जाए गहराई से समझने की आवश्यकता है बच्चों में लड़ाई झगड़ा हो सकता है परंतु चाकू जैसे हथियार से और उसे छोटे बच्चों को पूरी तरह से ट्रेनिंगशुदा हो आक्रमण कर दे यह बात समझ से परे है। आज देवराज हमारे बीच में नहीं है परंतु उसने अपने नाम के मुताबिक शहर के तमाम समाज को एक शक्ति के धागे में पिरो दिया। उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया कि आपका देवराज तो चला गया है ईश्वर के पास उसकी पूर्ति तो हम नहीं कर सकते परंतु देवराज के जो काम आपके परिवार में उसके हिस्से के होंगे उसकी पूर्ति के लिए हम सदैव आपके परिवार के साथ खड़े रहेंगे आपकी हर सुख दुख में आप जब भी हमें याद करोगे हमें अपने पास पाओगे। हम सब मिलकर देवराज का कार्य करेंगे उसका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा एक क्रांति बनकर देश में एक मिसाल बनेगा देवराज।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि इससे पूर्व प्रारंभ में समाज के वरिष्ठ एवं अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष सत्यनारायण मोची ने संपूर्ण घटनाक्रम के बारे में उपस्थित सर्व समाज के बांधों को अवगत कराया तत्पश्चात समाज के वरिष्ठ छोटू लाल मोची शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी,उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, महापौर गोविंद सिंह टांक, उप महापौर पारस सिंघवी, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली कांग्रेस शहर जिला अध्यक्ष फतेह सिंह राठौड़, प्रमोद सामर, सुंदरलाल कटारिया, पूर्व विधायक धर्म नारायण जोशी,सुखलाल लोहार बंशीलाल खटीक,शहर के उद्योगपति शबीर मुस्तफा समाजसेवी दिनेश भट्ट रजनी डांगी रविकांत त्रिपाठी,प्रकाशचंद्र अग्रवाल, संत समाज से लक्ष्मण पुरी गोस्वामी महंत इंद्रदेव आदि ने अपने विचार रखते हुए इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया आक्रोशित भी हुए और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की की दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और दारुण दुख से प्रभावित संपूर्ण परिवार जनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति सामर्थ्य एवं धैर्य प्रदान करें।
अंत में सभी ने दिवंगत देवराज की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की एवं परिवारजन को संबल प्रदान करते हुए शोक सभा संपन्न हुई।