पारस हेल्थ उदयपुर में जटिल रेट्रोपेरिटोनियल ट्यूमर की सफल सर्जरी

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Published on : 14 Aug, 24 03:08

पारस हेल्थ उदयपुर में जटिल रेट्रोपेरिटोनियल ट्यूमर की सफल सर्जरी

 उदयपुर: पारस हेल्थ उदयपुर ने 27 वर्षीय दो बच्चों की मां में एक कॉम्प्लेक्स रेट्रोपेरिटोनियल ट्यूमर को सफलतापूर्वक सर्जरी द्वारा हटाने की घोषणा की है। हॉस्पिटल में स्पेशलाइज्ड केयर के लिए पारस कैंसर सेंटर में रेफर की गई मरीज को बाएं किडनी के नीचे लगभग 13x12 सेमी आकार का एक हाइली वैस्कुलर ट्यूमर था। ट्यूमर को किडनी की वाहिकाओं और सुपीरियर मेसेंटेरिक आर्टरी से ख़ून की आपूर्ति हो रही थी। यह आर्टरी आंतों के अधिकांश हिस्से को ख़ून की आपूर्ति करती है।

पारस कैंसर सेंटर के प्रसिद्ध सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. सुभब्रत दास ने इस कॉम्प्लेक्स ऑपरेशन में सर्जिकल टीम का नेतृत्व किया। 24 जुलाई, 2024 को की गई यह सर्जरी चार घंटे तक चली और इसके कारण सभी महत्वपूर्ण अंगों को सुरक्षित रखते हुए ट्यूमर को पूरी तरह से हटा दिया गया। अच्छी बात यह रही कि प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार के ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता नहीं पड़ी। मरीज़ ने शानदार रिकवरी की और 29 जुलाई, 2024 को उन्हे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।

डॉ. सुभब्रत दास ने इस केस पर टिप्पणी करते हुए कहा, "पैरागैंग्लियोमा दुर्लभ और कॉम्प्लेक्स ट्यूमर होता हैं जो अपने स्थान और ब्लड सप्लाई के कारण अलग प्रकार की चुनौतियां पेश करता हैं। यह विशेष ट्यूमर हाइली वैस्कुलर था और इसमें महत्वपूर्ण संरचनाएं शामिल थीं, जिससे सर्जरी कठिन और नाजुक दोनों थी। हमारी टीम ने बिना ट्रांसफ्यूजन के ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया। सर्जरी का सफल होना पारस कैंसर सेंटर में उपलब्ध एडवांस्ड सर्जिकल तकनीकों और व्यापक देखभाल को दर्शाता है। अपने मरीजो के सकारात्मक परिणाम और रिकवरी को देखना संतुष्टिदायक है। यह सर्वोत्तम संभव कैंसर देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

जांच में आखिरी बायोप्सी रिपोर्ट ने ट्यूमर को पैरागैंग्लियोमा के रूप में पुष्टि की। पैरागैंग्लियोमा दुर्लभ, आमतौर पर सॉफ्ट ट्यूमर होते हैं जो पैरागैंग्लिया में विकसित होते हैं। पैरागैंग्लिया ऑटिनॉमिक नर्वस सिस्टम (ANS) में पाए जाने वाले कोशिकाओं का एक समूह होता है। ANS हृदय गति, ब्लड प्रेशर और पाचन जैसे अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करता है। पैरागैंग्लियोमा के लक्षणों में हाई ब्लड प्रेशर, सिरदर्द, पसीना आना, धड़कन, वजन कम होना, टिनिटस (कानों में बजना) और स्वर बैठना शामिल हो सकते हैं। डायग्नोसिस में आमतौर पर इमेजिंग टेस्ट (CT, MRI, PET स्कैन), अतिरिक्त कैटेकोलामाइन का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट और यूरीन टेस्ट  और वंशानुगत सिंड्रोम के लिए जेनेटिक टेस्टिंग होती है।


ट्रीटमेंट के विकल्पों में ट्यूमर को सर्जरी द्वारा निकालना, ऑपरेशन योग्य ट्यूमर या पुनरावृत्ति के लिए रेडियेशन थेरेपी, और छोटे, बिना लक्षण वाले ट्यूमर के लिए निरीक्षण करना शामिल होता हैं। पैरागैंग्लियोमा के मरीजों के लिए बीमारी का डायग्नोसिस आम तौर पर अच्छा होता है, साथ ही जीवित रहने की दर भी ज्यादा होती है, हालांकि संभावित जटिलताओं की निगरानी के लिए लॉन्गटर्म फॉलो अप जरूरी होता है।

पारस कैंसर सेंटर कॉम्प्लेक्स ऑन्कोलॉजिकल बीमारियों वाले मरीजों के लिए असाधारण देखभाल और एडवांस्ड ट्रीटमेंट विकल्प प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। पारस हेल्थ का समर्पण मात्र अत्याधुनिक सर्जिकल हस्तक्षेपों तक ही सीमित नहीं है बल्कि व्यापक दृष्टिकोण के तहत व्यक्तिगत ट्रीटमेंट योजनाओं, नवीनतम तकनीक और प्रत्येक मरीज के विजिट के दौरान सहायता करना शामिल है। उदयपुर स्थित यह फैसिलिटी निरंतर रिसर्च, मल्टी डिसिप्लिनरी सहयोग और समग्र देखभाल पर ध्यान केंद्रित करके चिकित्सा पद्धतियों को आगे बढ़ाने और मरीज़ के परिणामों को बेहतर बनाने का प्रयास करती है।


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