एसीसीए प्रमुख प्रभांशु मित्तल ने पीएफसी एजुकेशन के साथ की बच्चों की करियर काउन्सिलिंग

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Published on : 27 Jul, 24 13:07

एसीसीए प्रमुख प्रभांशु मित्तल ने पीएफसी एजुकेशन के साथ की बच्चों की करियर काउन्सिलिंग

उदयपुर। एसीसीए एवं पीएफसी के संयुक्त तत्वधान में स्कूली बच्चों के लिए एक निजी होटल में करियर काउंसलिंग का आयोजन रखा गया।
एसीसीए प्रमुख प्रभांशु मित्तल ने बताया कि भविष्य में टेक्नोलॉजी एवं फाइनेंशियल दोनों एक साथ जुड़ रहे हैं। इन दोनों के बारे में बच्चों को जानकारी प्रदान करने के लिए यह आयोजन रखा गया, ताकि भविष्य में बच्चों को अपने करियर बनाने में आने वाली टेक्नोलॉजी एवं फाइनेंशियल जैसी चुनौतियों का सामना करने में आसानी रहें। एसीसीए संस्थान आईआईएम और सरकार के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं। देश भर में 6.30 लाख से ज्यादा एसीसीए की मेंबरशिप है।




पीएफसी एजुकेशन की निदेशक मिनाक्षी भेरवानी ने बताया कि टेक्नोलॉजी और फाइनेंशियल दोनों को साथ जोड़कर कैसे कार्य किया जा सकता है इसको लेकर बच्चों के साथ चर्चा की गई। शनिवार को हुई परीचर्चा में 10 स्कूलों के करीब ढाई सौ से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि बुद्धिमत्ता और भविष्य की सोच से भरपूर एक कार्यक्रम में पीएफसी एजुकेशन, जो एसीसीए का गोल्ड लर्निंग पार्टनर है, ने एसीसीए के प्रमुख प्रभांशु मित्तल का स्वागत किया। मित्तल ने भविष्य की दिशाः वित्त के भविष्य पर तकनीक का प्रभाव शीर्षक से एक प्रभावशाली सत्र प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने वित्तीय क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और इसके संभावित प्रभावों पर गहन चर्चा की।
इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित स्कूलों के शिक्षक और छात्र शामिल हुए, जिनमें ए वन स्कूल, डीपीएस स्कूल,एमडी अकादमी, नोबल इंटरनेशनल स्कूल, रॉकवुड स्कूल, रायन पब्लिक स्कूल, सीडलिंग, द स्टडी, और सेंट पॉल्स स्कूल शामिल थे। सभी स्कूलों के शिक्षक और छात्र सक्रिय रूप से सत्र में भाग लेकर वित्तीय परिदृश्य को आकार देने में तकनीक की भूमिका के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं।
प्रभांशु मित्तल ने कहा कि तकनीक ने वित्तीय क्षेत्र में न केवल प्रक्रियाओं को स्वचालित किया है बल्कि नए अवसर भी प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, और डेटा एनालिटिक्स जैसे तकनीकी उपकरण वित्तीय उद्योग को बदल रहे हैं। मित्तल ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को इन परिवर्तनों के प्रति तैयार रहने और इनसे मिलने वाले अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
पीएफसी एजुकेशन की टीम की सदस्य रिया गेरा, हिमानी सोनी, निमेष जैन, गुंजन वाधवानी, रश्मीत, टीना और शगुन ने इस आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभायी।  
कार्यक्रम के शाम के सत्र में विभिन्न स्कूलों के प्रमुख और शिक्षक शामिल हुए, जिनमें डीपीएस से डॉ. जसनीक अरोड़ा, ए वन स्कूल से आसमा बेगम, डॉ. एमएल चांगवान, ज्योति खमेहरा, राखी शर्मा, रवि चांगवान, एमएमपीएस से मक़बूल अब्बासी, अरुणिमा जैन, बिन्नी सिंह, श्वेता सांगरिया, डक् अकादमी से बेनू शर्मा, जितिका पालीवाल, कपिल शर्मा, नोबल इंटरनेशनल स्कूल से बल कृष्ण कोठारी, इशरत, रायन इंटरनेशनल स्कूल से वंदना सिंधी, वेदिका प्रजापत, रॉकवुड स्कूल से दिनेश, गौतम, नीरज, रेनू, सोनल, सीडलिंग स्कूल से मोनिता माक्षी, खानिका, सेंट पॉल्स स्कूल से नवनीत सिंह बग्गा, चंदन मोदी, संदीप, सेंट मैरी स्कूल से डिम्पल, मधुमिता, मंजू, नीरा, पूजा, सिम्पल, रितु, भावना, चित्रा, और द स्टडी स्कूल से पारिधि, श्रद्धा, डॉ. प्रकाश, काव्या, और मनाली शामिल थे।


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