कोटा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनोज दुबे ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर बिजली के बाद पानी का निजीकरण करने के राज्य सरकार के निर्णय को गरीब जनता की कमर तोडना वाला बताते हुए पानी के निजीकरण के जनविरोधी निर्णय को वापस लेने की मांग की है।
मनोज दुबे ने कहा की पूर्व की भाजपा सरकार ने बिजली निजी हाथों में केईडीएल को सोपी थी अब भजनलाल सरकार पानी को बेचना चाहती है पानी का निजीकरण करना चाहती है।जब बिजली का निजीकरण किया तब कोटा के भाजपा के विधायक मौन थे।और अब जब पानी को भी निजी हाथों मे सौंपा जा रहा है।अब भी भाजपा विधायक खामोश है आखिर क्यो?
मनोज दुबे ने कहा की पिछली भाजपा सरकार द्वारा किए गए बिजली के निजीकरण का दंड कोटा की आम जनता पहले से झेल रही है।अब पानी भी निजी हाथो मे सौंपे जाने के बाद आम जनता का जीना मुश्किल हो जाएगा।
मनोज दुबे ने कहा की राजस्थान की भाजपा की डबल इंजन की भजनलाल सरकार बिजली को निजी हाथो से वापस लेने के स्थान पर पानी का भी निजीकरण कर जनता पर बेवजह आथिर्क भार डालना चाहती है।यह राजस्थान सरकार का जनविरोधी निर्णय है।जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।