### निम्स यूनिवर्सिटी मेजबानी में भारतीय आर्थिक संघ का 107वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

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Published on : 21 Jul, 24 03:07

### निम्स यूनिवर्सिटी मेजबानी में भारतीय आर्थिक संघ का 107वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

**जयपुर, भारतीय आर्थिक संघ (IEA) के 107वें वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का ब्रोशर निम्स यूनिवर्सिटी के संस्थापक और चांसलर, प्रो. (डॉ.) बलवीर सिंह तोमर द्वारा "अवलोकन" किया गया। प्रो. तोमर ने इस अवसर पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की मेजबानी करना विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

#### सम्मेलन की तैयारी


प्रो. अमेरिका सिंह, प्रो-चांसलर निम्स यूनिवर्सिटी ने आश्वासन दिया कि सम्मेलन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के सम्मेलन विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि यह उन्हें आर्थिक विषयों पर गहन अध्ययन और विचार-विमर्श का अवसर प्रदान करते हैं।

#### ब्रोशर विमोचन समारोह

ब्रोशर विमोचन समारोह में डॉ. अनुपमा पाण्डे, डॉ. मदन मोहन गुप्ता, श्री संजीव जोधा, मनीषा चौधरी, सुनील शर्मा, डॉ. गोविंद उपाध्याय, और राधेश्याम गुर्जर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

प्रो. अमेरिका सिंह ने कहा कि भारतीय आर्थिक संघ का यह सम्मेलन शिक्षा और शोध के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री और विद्वान भाग लेंगे, जिससे विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को काफी कुछ सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

#### परिवार गोद कार्यक्रम के तहत चिकित्सा शिविर

पीआईएमएस, उमरड़ा की ओर से गोद लिए गए परिवारों के तीन गांवों लकड़वास, मटून और धोल की पाटी में चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया। 

##### चिकित्सा शिविरों का आयोजन

पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने बताया कि पीआईएमएस, उमरड़ा की ओर से वर्ष 2021 से इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से संचालन किया जा रहा है। वर्ष 2022 के तहत 13 जुलाई को लकड़वास में, 19 जुलाई को मटून में तथा 20 जुलाई 2024 को धोल की पाटी गांव में चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया।

#### सम्मेलन की विशेषताएं

इस सम्मेलन में 5000 लोगों के आने की संभावना है। राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर विशेष सत्र डॉ. चड्ढा द्वारा आयोजित किया जाएगा। 

##### मुख्य थीम

इस सम्मेलन में पाँच मुख्य थीम होंगे:
1. भारतीय आर्थिक विकास की गतिशीलता: अतीत, वर्तमान और भविष्य की दृष्टि
2. भारतीय आर्थिक विचार और दर्शन: प्राचीन काल से आधुनिक काल तक
3. समकालीन भारतीय आर्थिक प्रगति और वैश्विक गतिशीलता: तृतीयक और चतुर्थक विद्वान विकास
4. कौशल निर्माण और उद्यमिता विकास: सतत विकास के लिए
5. आर्थिक समस्याएँ और संभावनाएँ

अंत में, ब्रोशर विमोचन के इस समारोह ने आने वाले सम्मेलन की भव्यता और उसकी तैयारी की झलक पेश की। सभी ने एक साथ मिलकर इस कार्यक्रम की सफलता की कामना की और इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बनाने का संकल्प लिया।


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