एसपीएसयू में यूजीसी के पूर्व चेयरमैन का आउटकम बेस्ड लर्निंग पर जोर

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Published on : 19 Jul, 24 10:07

एसपीएसयू में यूजीसी के पूर्व चेयरमैन का आउटकम बेस्ड लर्निंग पर जोर

सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने 18-19 जुलाई 2024 को आउटकम बेस्ड लर्निंग, ई- कंटेंट और एआई टूल्स पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य परिणाम आधारित शिक्षा (OBE) के माध्यम से शैक्षिक प्रतिमानों को नया आकार देना, ई- कंटेंट का लाभ उठाना और एआई टूल्स को एकीकृत करना था। 
उद्घाटन भाषण में एसपीएसयू के माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) पृथ्वी यादव ने समग्र शिक्षण अनुभवों को पोषित करने और छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करने में ओबीई की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया। प्रख्यात वक्ता प्रो. वेद प्रकाश, पूर्व चेयरमैन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), ने उद्योग की मांगों के साथ पाठ्यक्रम संरेखण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। प्रतिष्ठित विशेषज्ञ प्रो. विमल रारह, आईएनएसए सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार विजेता 2020, शैक्षिक प्रौद्योगिकी में अपने अग्रणी कार्य के लिए प्रसिद्ध एक शिक्षाउद्यमी ने इंटरैक्टिव और सुलभ शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने में ई- कंटेंट की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। 
प्रो. (डॉ.) प्रसून चक्रवर्ती, डायरेक्टर  रिसर्च ने बताया कि सहयोगात्मक पहल को बढ़ाने के लिए कार्यशाला के दौरान यूजीसी मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, दिल्ली विश्वविद्यालय और सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर के बीच एक ऍमओयू  पर भी हस्ताक्षर किए गए। कार्यशाला ने संकाय सदस्यों को ओबीई के सिद्धांतों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP2020) के निहितार्थ और शिक्षण-अधिगम शिक्षा विज्ञान में नवीन प्रगति से परिचित कराया। प्रतिभागियों ने ओबीई, एनईपी दिशानिर्देश, मूल्यांकन उपकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ नए शैक्षणिक दृष्टिकोणों के एकीकरण और उनके शिक्षण प्रभावशीलता और छात्र सहभागिता को बढ़ाने के लिए शिक्षण अधिगम में अंतर्विषयक के महत्व की व्यापक समझ हासिल की।  व्यावहारिक सत्र एक मूल्यवान अनुभव साबित हुआ और संकाय सदस्यों के बीच निरंतर सीखने और नवाचार का अनुभव विकसित हुआ।
 


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