उदयपुर, “माईनिंग लीज की अवधि में विस्तार पर देय एकमुश्त प्रिमियम को किश्तों में लिया जाये। माईनिंग लीज का आवंटन सभी आवश्यक अनुमति प्रदान करने के साथ किया जाये। माईनिंग लीज की अवधि 90 वर्ष तक बढाई जाये।“
उपरोक्त सुझाव माईनिंग उद्यमियों द्वारा यूसीसीआई में व्यक्त किये गये।
उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा यूसीसीआई भवन के पायरोटेक टेम्पसन्स सभागार माईनिंग, मिनरल प्रोसेसिंग एण्ड डायमेन्शनल स्टोन सब-कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री मधुसूदन पालीवाल, श्री अखिलेष जोशी, श्री रमेश सिंघवी, श्री केजार अली, श्री ओ.पी. सैनी, डाॅ. हितांशु कौशल, श्री विजय गोधा, श्री हेमन्त जैन, श्री रवि शर्मा, श्री शालीन हरलालका, श्री आर.के. चण्डालिया, श्री ओ.पी. जोशी आदि सदस्यों ने भाग लिया।
अध्यक्ष श्री एमएल लूणावत ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि मिनरल उत्खनन के माध्यम से ही बडी संख्या में रोजगार सृजन द्वारा समृद्धि सम्भव है एवं सरकार को राजस्व जुटाने में मदद मिलती है।
माईनिंग, मिनरल प्रोसेसिंग एण्ड डायमेन्शनल स्टोन सब-कमेटी के को-चेयरमैन श्री आर.आर. हरलालका ने माईनिंग में पेश आ रही चुनौतियों एवं उनके निराकरण हेतु सुझावों में चर्चा की।
श्री हेमन्त जैन ने सुझाव दिया कि माईनिंग उत्पाद को उपयोग में लेकर वेल्यू एडिशन करने वाली मिनरल प्रोसेसिंग इण्डस्ट्री को प्रोत्साहन देना चाहिये।
श्री अरविन्द अग्रवाल ने मिनरल प्रोसेसिंग इण्डस्ट्री पर लागू टीपी का मुद्दा रखा।
सीए श्री प्रतीक हिंगड ने माईनिंग इण्डस्ट्री पर इनपुट क्रेडिट प्राप्त करने में आ रही समस्या को विस्तारपूर्वक बताया।
बैठक में उदयपुर सम्भाग के माईनिंग और मिनरल प्रोसेसिंग से जुडे लगभग 35 उद्यमियों ने भाग लिया।
बैठक का संचालन मानद महासचिव डाॅ पवन तलेसरा ने किया।
बैठक के अन्त में उपाध्यक्ष सीए प्रतीक हिंगड ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।