राजस्थान के सांसदों पर राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का सोशल मीडिया पर दबाव

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Published on : 24 Jun, 24 05:06

नवगठित 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू

राजस्थान के सांसदों पर राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का सोशल मीडिया पर दबाव

 

नई दिल्ली। नवगठित 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू होगा। संसद में पहले दो दिन नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे। पहले दिन प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी और उनके केबिनेट मंत्रियों समेत 280 सांसद शपथ लेंगे। दूसरे दिन यानी 25 जून को 264 नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे।मोदी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों में 58 लोकसभा के सदस्य हैं। केंद्रीय मंत्री परिषद में शामिल 13 सदस्य राज्यसभा के सांसद हैं और एक मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।

लोकसभा चुनाव खत्म होने और सरकार गठन के बाद 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है. कल सुबह 11 बजे से लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी। नवनिर्वाचित सांसदों को प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब शपथ दिलाएंगे। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भर्तृहरि महताब को राष्ट्रपति भवन में प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे। इसके साथ ही वर्तमान स्पीकर निवर्तमान अध्यक्ष  हो जायेंगे । दस दिन के इस सत्र में पहले दो दिन यानी 24 और 25 जून को नए सांसदों को शपथ दिलाया जाएगा 26 जून को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है।

18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा. इस सत्र में नव निर्वाचित लोकसभा सदस्यों का शपथ ग्रहण, स्पीकर का चुनाव, राष्ट्रपति का संबोधन और उस पर चर्चा शामिल होगी. यदि बात राजयसभा की करे तो राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होकर 3 जुलाई तक चलेगा।राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता विपक्ष दोनों को बोलने का अवसर मिलेगा यही पहली चर्चा स्पष्ट कर देगी कि सदन में विपक्ष का रवैया कैसा रहेगा. वह सृजनात्मक चर्चा करेगा या फिर हंगामे और शोर-शराबे के बीच सदन की कार्यवाही को बाधित करने का प्रयत्न करेगा।

इस बार के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की स्थिति काफी मजबूत हुई है. लोकसभा चुनाव के परिणाम ने स्पष्ट कर दिया है कि संसद में विपक्ष की उपस्थिति प्रभावी रहने वाली है. सदन में एक तरफ एनडीए के 292 सांसद होंगे, वहीं इंडी गठबंधन के 233 सांसद मौजूद रहेंगे. अब सबकी नजर विपक्ष के नेता पर है और यह देखना रोचक होगा कि कांग्रेस किसे अपना नेता बनाती है

दूसरे दिन राजस्थान के सांसद दोपहर 12 से 2 बजे के बीच शपथ लेंगे। राजस्थान के सांसदों पर राजस्थानी भाषा में शपथ लेनेकेलिय सोशल मीडिया पर दबाव बढ़ रहा है लेकिन नियमानुसार आठवीं अनुसूची में राजस्थानी भाषा के शामिल नही होने से ऐसा होना संभव नहीं लगता। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अनौपचारिक भेट में यह बात स्वीकार की है। वैसे लोकसभके पिछले सत्रों और राजस्थान विधान सभा में भी इसकी कौशिश हुई थी लेकिन अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी।  

सोमवार को दोपहर 12 से एक बजे के मध्य राजस्थान के श्रीगंगानगर से सांसद कुलदीप इंदौरा, चूरू से सांसद राहुल कस्वां, झुंझुनूं से सांसद बृजेंद्र ओला, सीकर से सांसद अमराराम, जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह, जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा, भरतपुर सांसद संजना जाटव शपथ लेंगे। इसके बाद करौली-धौलपुर से सांसद भजनलाल जाटव, दौसा सांसद से मुरारीलाल मीना, टोंक-सवाईमाधोपुर से सांसद हरीश मीना शपथ लेंगे दोपहर एक से दो बजे के बीच नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, पाली सांसद पीपी चौधरी, बाड़मेर-जैसलमेर से सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, जालोर-सिरोही से सांसद लुंबाराम, उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत, डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, राजसमंद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़, भीलवाड़ा से सांसद दामोदर अग्रवाल,  कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला, बारां-झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह संसद में शपथ लेंगे। 

देखना है राजस्थान के सांसदों पर राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का सोशल मीडिया पर दबाव को मद्दे नजर वे प्रोटेम स्पीकर से स्वीकृति ले पाते अथवा नहीं और इस सत्र अथवा आगामी सत्रों में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए भारत सरकार पर किस तरह से दवाब बनाएंगे?


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