उदयपुर। वाको इंडिया किक बॉक्सिंग संघ द्वारा दिनांक 10 से 14 जून तक पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में आयोजित नेशनल जूनियर किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में उदयपुर की उभरती होनहार खिलाडी देवांशी जैन ने अंतिम दिन भी अपने शानदार खेल का प्रदर्शन जारी रखा और अंतिम मुकाबला जीत स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा किया। इस प्रतियोगिता में देश के सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 500 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
देवांशी ने इस प्रतियोगिता में किक बॉक्सिंग की दो विधाओं पॉइंट फाइट व किक लाइट में भाग लिया था, पॉइंट फाइट इवेंट में देवांशी ने स्वर्ण व किक लाइट इवेंट में कांस्य पदक जीता। देवांशी ने अपने पहले मुकाबले में महाराष्ट्र की सारिका अभनावे को 15-12 से, दूसरे मुकाबले में सिक्किम की श्रेया राय को 4-0 से, तीसरे मुकाबले में हरियाणा की अंतराष्ट्रीय खिलाडी साँची कीना को 2-1 से,चौथे मुकाबले में पंजाब की पूनम शर्मा को 8-6 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया जहाँ स्वर्ण पदक के लिए उनका मुकाबला बिहार की मुस्कान प्रवीण से हुआ इस मैराथन मुकाबले में देवांशी को कड़े संघर्ष का सामना करना पड़ा एवं अंतिम कुछ सेकंड में इस मुकाबले पर अपनी बढ़त बनाई एवं 23-22 के अंतर से स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
देवांशी के स्वर्ण जीतने से उदयपुर के किक बॉक्सिंग खिलाड़ियों में काफी उत्साह है, देवांशी के पिता पंकज जैन कपडे के व्यवसायी है जिन्होंने अपनी दोनों ही बेटियों को इस खेल की ओर प्रोत्साहित किया इनकी छोटी बेटी चार्वी ने भी इसी वर्ष सबजूनियर नेशनल किक बॉक्सिंग में रजत पदक जीता था, 11 वी वाणिज्य की छात्रा देवांशी की शिक्षा सेंट मेरिज स्कूल तितरड़ी से हुई है। देवांशी विगत लम्बे समय से किक बॉक्सिंग खेल का प्रशिक्षण उदयपुर किक बॉक्सिंग संघ के जिला सचिव पंकज चौधरी से ले रही है। देवांशी का लक्ष्य अंतराष्ट्रीय पटल पर भारत का प्रतिनिधित्व करना है। राजस्थान किक बॉक्सिंग संघ के सचिव पुष्पेंद्र गुर्जर व राजस्थान टीम के प्रशिक्षक रविंद्र नागर ने देवांशी की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया तथा राज्य सचिव ने उन्हें जल्द ही भारत का प्रतिनिधित्व करने हेतु शुभकामनाएं दी।