सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने 19-20 अप्रैल, 2024 को 'नेविगेटिंग द फ्यूचर, एआई, ब्लॉकचेन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट इन द जी20 वर्ल्ड' विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। यह एआई और ब्लॉकचेन के बीच संभावित तालमेल, उद्योगों और अर्थव्यवस्थाओं पर उनके प्रभाव और सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका की खोज पर केंद्रित था।
सम्मेलन का उद्घाटन सम्मानित अतिथि श्री अजय कुमार सरावगी, उप प्रबंध निदेशक और सीएफओ जेके सीमेंट और प्रोफेसर (डॉ.) नरेंद्र सिंह राठौड़, परिसर निदेशक, गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज, उदयपुर द्वारा किया गया। प्रोफेसर (डॉ.) पृथ्वी यादव, माननीय कुलपति और अध्यक्ष, एसपीएसयू, ने अपने उद्घाटन भाषण में एसडीजी (SDGs)पर प्रकाश डालते हुए मानव प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, स्थिरता और वैश्विक शासन के बीच सहयोग पर जोर दिया। डॉ. एन एस राठौड़ ने प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी क्षमता पर विचार व्यक्त किये और एआई के प्रतिवेश के नीतिपरक विचारों पर स्पष्ट आह्वान किया। कर्नल (डॉ.) संजय सिन्हा, उपाध्यक्ष और शिक्षा प्रमुख, एजुकेशन वर्टिकल - जेके सीमेंट, ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे एआई, ब्लॉकचेन और क्लाउड कंप्यूटिंग हमारे देश में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एब्स्ट्रैक्ट बुक 'द एसेंस' का विमोचन किया गया।
संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, सिंगापुर, ताइवान, नीति आयोग, कतर, थाईलैंड तथा वियतनाम के मुख्य वक्ताओं ने वैश्विक चुनौतियों और सहयोगात्मक भविष्य पर अपनी अंतर्दृष्टि प्रदान की। प्रतिष्ठित वक्ता प्रो. सिवानेसन बाला कृष्णन, सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, श्री शुभम चटर्जी, शिक्षा और शिक्षा प्रमुख, एस ए एस इंडिया और श्री पंकज कुमार दीवान, संस्थापक और एमडी, आइडियलैब्स, हैदराबाद ने टिकाऊपन के लिए तकनीकी एकीकरण की अनिवार्यता पर जोर दिया।
देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों की 80 से अधिक पत्र वाचन में एआई और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकियों के एकीकरण, आर्थिक प्रभावों, वैश्विक सतत विकास में भूमिका पर चर्चा की गई। सम्मेलन के परिणामस्वरूप आइडियलैब्स फ्यूचर टेक वेंचर्स,हैदराबाद के साथ 'स्टार्ट-अप स्टूडियो और इनक्यूबेशन सेंटर' की स्थापना पर एमओयू और सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ अनुसंधान सहभागिता की गई ।
प्रो. (डॉ.) सदानंद प्रुस्टी, डीन, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के सामूहिक प्रयासों एवं योगदान को दिया । डॉ. प्रसून चक्रवर्ती और डॉ. श्वेता लालवानी सम्मेलन के सह-अध्यक्ष और संयोजक थे।