उदयपुर: सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय (एसपीएसयू), उदयपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने गुरुवार, 7 मार्च 2024 को "सेतु 2024 कार्यशाला और पुल निर्माण प्रतियोगिता" की मेजबानी की। आयोजन अध्यक्ष श्री अविनाश ओझा ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया, जिसमें डॉ. लोकेश गुप्ता और श्री अमन जैन कार्यशाला और पुल निर्माण प्रतियोगिता के संयोजक के रूप में कार्यरत थे।
उद्घाटन सत्र में विभाग के प्रमुख, श्री अविनाश ओझा द्वारा स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों ने कार्यक्रम को गौरवान्वित किया, जिनमें, प्रो डॉ प्रसून चक्रवर्ती (निदेशक), प्रो डॉ अरुण कुमार (डीन), प्रो डॉ नवीन कुमार (रजिस्ट्रार) और विभिन्न विभागों के शिक्षक सदस्य एवं छात्र शामिल थे। कार्यशाला सत्र में डॉ. मनीष वर्मा ने पुल निर्माण में भार विश्लेषण के विभिन्न पहलुओं और महत्व पर चर्चा की, जबकि डॉ. पंकज मोहन रस्तोगी ने पुल इंजीनियरिंग से संबंधित मूल्यवान जानकारी साझा की।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतर-विश्वविद्यालय पुल निर्माण प्रतियोगिता थी, जो स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों छात्रों के लिए खुली थी। विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की टीमों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। प्रथम पुरस्कार का दावा सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर की टीम ने किया, जिसमें दानिश शेख, चेतन पालीवाल, पीयूष कुमार भोई और कान सिंह चौहान शामिल थे। उन्हें उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए 3000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। उपविजेता का स्थान गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज उदयपुर से प्राप्त हुआ, जिसमें मनीष कुमार, संजय गुर्जर, किशोर कुमार और बलवीर कुमार शामिल थे, जिन्हें 2000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला। अंत में श्री अमन जैन ने निर्णायक मंडली के सदस्यों, समिति के प्रतिभागियों, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों, प्रशासनिक कर्मियों और समर्पित छात्रों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया गया, जिन्होंने इसकी सफलता में योगदान दिया। सेतु 2024 कार्यशाला और पुल निर्माण प्रतियोगिता ने सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।