वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सिविल इंजीनियरिंग: प्रगति और नवाचार (GPCEAI-2024)

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Published on : 22 Feb, 24 03:02

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सिविल इंजीनियरिंग: प्रगति और नवाचार (GPCEAI-2024)

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सिविल इंजीनियरिंग: प्रगति और नवाचार (GPCEAI-2024) सर पदम्पत सिंहानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने दिनांक २१ फरवरी, २०२४ को सभागार LT-02 में "वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सिविल इंजीनियरिंग: प्रगति और नवाचार" (GPCEAI-2024) विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया।


सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष श्री अविनाश ओझा ने उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों का स्वागत किया। समारोह में सम्मानित अतिथियों के रूप में कर्नल संजय सिन्हा (हेड, एजुकेशन वर्टिकल, JK सीमेंट लिमिटेड), प्रोफेसर डॉ. प्रसून चक्रबर्ती (निदेशक, DoRP), प्रोफेसर डॉ. अरुण कुमार (डीन, SOE), प्रोफेसर डॉ. सदानंद प्रुस्टी (डीन, SoM), और विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य उपस्थित थे। संगोष्ठी का उद्देश्य सिविल इंजीनियरिंग में प्रगति और नवाचार से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना और प्रतिभागियों के बीच सीखने और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।


प्रोफेसर डॉ. अरुण कुमार ने SPSU से सिविल इंजीनियरिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के अनुप्रयोगों पर चर्चा की और सिविल इंजीनियरों के लिए विभिन्न AI-ML तकनीकों में दक्षता हासिल करने के महत्व पर बल दिया। श्री कुलदीप सिंह, लॉफबोरो विश्वविद्यालय, लंदन, ने स्वायत्त वाहनों और सड़क सुरक्षा के मुद्दों को संबोधित किया। डॉ. मनीष दधीच, SPSU ने स्मार्ट और सतत शहरों के महत्व पर प्रकाश डाला।

Er. गोपाल भादु, आर्ची ग्रुप ऑफ़ कंस्ट्रक्शंस ने नवीन रेंफोर्समेंट तकनीकों का प्रदर्शन किया। संगोष्ठी के लिए 40 से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। श्री अविनाश ओझा ने आयोजन अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, जबकि श्री अमन जैन और डॉ. लोकेश गुप्ता अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक के रूप में उनके सहयोगी रहे। GPCEAI-2024 संगोष्ठी सफल रही, जिसने सार्थक चर्चाओं, ज्ञान के आदान-प्रदान और सिविल इंजीनियरिंग में नवीनतम प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान की। वक्ताओं और उपस्थित लोगों की विविध भागीदारी और उनके मूल्यवान योगदान ने इस कार्यक्रम को बौद्धिक रूप से प्रेरक बनाया।


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