35 गाँवों को डाक विभाग ने बनाया सम्पूर्ण बीमा ग्राम

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Published on : 23 Jun, 18 09:06

ग्रामीण स्तर पर वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ाएगा ‘सम्पूर्ण बीमा ग्राम योजना’-डाक निदेशक केके यादव

35 गाँवों को डाक विभाग ने बनाया सम्पूर्ण बीमा ग्राम जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता है। डाक विभाग अपने सामाजिक सरोकारों के तहत ग्रामीण लोगों को भी जीवन बीमा देने के लिए प्रतिबद्ध है । इसी कड़ी में जोधपुर रीजन के 35 गाँवों में हर परिवार में न्यूनतम एक ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी जारी कर उन्हें 'सम्पूर्ण बीमा ग्राम' बनाया गया है। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने सिरोही जिले के ऐवडी गाँव को जोधपुर रीजन का 35 वां 'संपूर्ण बीमा ग्राम' घोषित करते हुए व्यक्त किया। गौरतलब है कि अक्टूबर 2017 में संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने इस योजना को आरम्भ किया था।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने यह कदम सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ाने के साथ-साथ वित्तीय समावेशन में अभिवृद्धि के प्रयासों के तहत किया है। इससे गाँव में रह रहे किसान एवं गरीब परिवारों को काफी फायदा होगा और उन्हें जीवन सुरक्षा मिलेगी। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने नवीन टेक्नालॉजी अपनाते हुए कोर इंश्योरेंस सर्विस के तहत मैककेमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से बीमा सेवाओं को भी ऑनलाइन बनाया है। हाल ही में 'डाक जीवन बीमा' योजना का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। पहले मात्र सरकारी व अर्द्धसरकारी कर्मचारियों तक सीमित डाक जीवन बीमा अब निजी शिक्षण संस्थाओं /विद्यालयों/महाविद्यालयों आदि के कर्मचारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, प्रबंधन सलाहकारों, चार्टेड एकाउंटेंट, वास्तुकारों, वकीलों, बैंकर जैसे पेशेवरों और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बम्बई स्टॉक एक्सचेंज के सूचीबद्ध कम्पनी के कर्मचारियों के लिए भी उपलब्ध होगी।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग का स्वरुप दिनों-ब-दिन बदल रहा है और इसका फायदा आमजन को मिल रहा है। डाकघरों में हर वर्ग और उम्र के हर पड़ाव के लिए अलग-अलग बचत और बीमा योजनाएँ हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी पैसे जमा करते हैं। केंद्र सरकार की तमाम अग्रणी योजनाओं को डाक विभाग के माध्यम से प्रमुखता से लागू किया गया है। आधार की सुगमता के लिए सभी द्विपदीय डाकघरों में आधार एनरोलमेंट एवं अपडेशन सेटर खोले गए हैं। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत जोधपुर रीजन में 2 लाख 32 हजार बेटियों के सुकन्या खाते खोलने के साथ-साथ 330 गाँवों को शत-प्रतिशत सुकन्या समृद्धि गाँव बनाया जा चुका है।

डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि ग्रामीण डाकघरों में बुनियादी डाक सेवाओं के उन्नयन के साथ-साथ उन्हें भी हाईटेक बनाया जा रहा है। दर्पण प्रोजेक्ट के तहत पश्चिमी राजस्थान के 13 जिलों में से 7 जिलों के सभी शाखा डाकघरों को हैन्डहेल्ड डिवाइस के साथ हाईटेक किया गया है। इसे शीघ्र ही शेष 6 जिलों - जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर में भी क्रियान्वित किया जायेगा। श्री यादव ने ने बताया कि हाल ही में ग्रामीण डाक सेवकों के वेतन में सरकार ने औसतन 56 प्रतिशत वृद्धि की मंजूरी दी है, इससे ग्रामीण डाक सेवाओं को और बल मिलेगा।

डाक अधीक्षक डी.आर.सुथार ने कहा कि डाकघर में लोगों की आयु और आवश्यकता के हिसाब से ग्रामीण डाक जीवन बीमा की ग्राम संतोष, ग्राम सुमंगल, ग्राम सुरक्षा, ग्राम सुविधा, ग्राम प्रिया योजनायें हैं। न्यूनतम 10 हजार रूपये से अधिकतम 10 लाख रूपये तक का बीमा इसमें किया जा सकता है। इसमें निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, आयकर में छूट, कम प्रीमियम व अधिक बोनस, पालिसी पर लोन की सुविधा, ऑनलाइन प्रीमियम जमा कराने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम पर छूट दी जाती है।
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