उदयपुर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विश्वविद्यालय के विधि महाविद्यालय की ओर से शनिवार को बेदला स्थित विजया मां मंगल भारती केन्द्र पर बेदला क आस-पास के गांवों की महिलाओं के लिए विधिक सहायता शिविर की आयोजन किया गया। इसमें महिलाओं को उपभोक्ताओं के अधिकार, एफआईआर करवाने के तरीके, श्रम कानून व भूमि संबंधी नियम-अधिनियम, सडक सुरक्षा आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी सत्र भी हुआ।
मुख्य अतिथि कुलप्रति प्रो एसएस सारंदेवोत ने कहा कि माताओं को यातायात के नियमों की जानकारी होना जरूरी है। यदि माताएं यातायात के नियम समझती हैं तो वे पूरी पीढी को यातायात के नियमों को समझने का संस्कार दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों को भी शिक्षा दे। एक बेटी पढेगी तो पूरी पीढी शिक्षित हो सकेगी। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ कला मुणेत ने की। विशिष्ट अतिथ् डॉ धर्मेन्द्र राजौरा, डॉ ओम पारीक, डॉ विक्रम बाबेल, डॉ विनिता व्यास, डॉ शिवानी जैन ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन दीपक व्यास ने किया व धन्यवाद सुरेन्द्रसिंह ने दिया।
नुक्कड नाटक के माध्यम से किया जागरूक
सडक सुरक्षा मोटर वाहन दुर्घटना अधिनियम पर ग्रामीण महिलाओं को नुक्कड नाटक के माध्यम से जानकारी दी गई। दिव्या राजपूत, अस्मिता, मनन दशोरा, मुस्तफा शेख, भरत प्रजापत, लेखिका पालीवाल आदि ने नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से जागरूकता संदेश दिए।
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