द्रोपदी ने दुषासन के रक्त से धोए केश , कथक पर हनुमान चालीसा से गुंजा जय श्री राम
उदयपुर। अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के मौके पर उदयपुर मे एम. स्क्वायर प्रोडक्शन, कथक आश्रम उदयपुर द्वारा बडाला क्लासेस, अनुष्का एकेडमी एनआईएफडी, श्री अरिहंत मिनरल्स के विशेष सहयोग से उदयपुर डांस फेस्टिवल सीजन 3 का रंगारंग आयोजन हिरण मगरी सेक्टर 4 स्थित अटल सभागार मे हुआ।
फेस्टिवल संयोजक मुकेश माधवानी ने बताया कि फेस्टिवल को लेकर सुबह 9 से दोपहर तक करीब 70 से ज्यादा प्रस्तुतियां हुई। जिसमें राजस्थानी, पंजाबी, क्लासिकल, सेमी- क्लासिकल, वेस्टर्न समेत डांस की कई फॉर्म को 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने अपनी बेहतर तैयारी के साथ प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों से अटल सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
फेस्टिवल संयोजिका कथक आश्रम की निदेशिका डॉ. चंद्रकला चौधरी ने बताया कि सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों को निर्णायक आकांशा तिवारी, गौरव महर्षि ओर सेजल सुहालका ने देखा- परखा ओर उसके आधार पर प्रतिभागियों को फेस्टिवल के अतिथि राहुल बड़ाला, प्राची मेहता, राजीव सुराणा, भरत शर्मा, बलराम राजावत, दिलीप जैन ने पुरस्कृत किया।
शाम को फेस्टीवल के तहत क्लासिकल डांस ने फेसिटवल को एक अलग ही रंग मे ढ़ाल दिया। नृत्य प्रस्तुतियों के दौरान महाभारत मे द्रोपदी द्वारा दुषासन के रक्त से केष धोने की प्रतिज्ञा का मंचन, कथक की भाव भंगिमाओं के साथ हनुमान चालीसा पर नृत्य, 56 साल के दादा और 7 साल की पोती का राजस्थानी नृत्य, आन्ध्र प्रदेष निवासी मां और बेटी की जोडी का भारतनाट्यम, गोस्ट डांस समेत कई प्रस्तुतियों ने समा बांध दिया।