(mohsina bano)
उदयपुर। जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देश पर उदयपुर प्रशासन बाल विवाह की रोकथाम के लिए पूरी तरह सतर्क है। मंगलवार शाम बेडवास क्षेत्र में बाल विवाह की सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम तुरंत हरकत में आ गई और मौके पर पहुंचकर दो नाबालिगों का विवाह रुकवाया।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक और कंट्रोल रूम प्रभारी के.के. चंद्रवंशी ने बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर सूचना मिली थी कि बेडवास क्षेत्र में 22 अप्रैल को एक नाबालिग लड़की और दो लड़कों की शादी हो रही है। सूचना मिलते ही चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक नवनीत ओदिच्य के नेतृत्व में टीम गठित की गई और प्रशासनिक सहयोग से कार्रवाई शुरू की गई।
टीम में शामिल महेंद्र सिंह राजपूत, प्रदीप मेघवाल, पटवारी आशीष कुमार, प्रतापनगर थाना से एएसआई पर्वत सिंह, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष यशोदा पणिया व सदस्य अंकुर टांक तुरंत मौके पर पहुंचे। विवाह स्थल पर टेंट लगे थे और भोजन की व्यवस्था चल रही थी। पूछताछ पर परिवार टालमटोल करने लगा, लेकिन दस्तावेज जांच में लड़की की उम्र 17 वर्ष और दो लड़कों की उम्र 16 और 18 वर्ष पाई गई। दोनों नाबालिग होने के कारण विवाह को तुरंत रोक दिया गया।
टीम ने लड़की के परिवार को समझाइश दी और बालिग होने के बाद ही विवाह करने के लिए पाबंद किया। इस कार्यवाही में मोईन मंसुरी सहित चाइल्ड हेल्पलाइन और बाल कल्याण समिति के सदस्य मौजूद रहे।