उदयपुर। लोकजन सेवा संस्थान द्वारा श्रमजीवी महाविद्यालय के सोमानी सभागार में चक्रवर्ती सम्राट अशोक एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. कर्नल एस.एस. सारंगदेवोत थे, विशिष्ट अतिथि कर्नल चरणजीत सिंह रहे। गणमान्य अतिथियों में ब्रिगेडियर डॉ. सवाई सिंह जैतावत, लक्ष्मण सिंह कर्णावट और डॉ. मिश्रीलाल मांडोत शामिल हुए। अध्यक्षता प्रो. उमाशंकर शर्मा ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना और दोनों विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण से की गई।
संस्थान अध्यक्ष प्रो. विमल शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि संभवतः यह शहर का एकमात्र कार्यक्रम है जिसमें सम्राट अशोक का जन्मोत्सव मनाया गया। उन्होंने दोनों विभूतियों पर स्वरचित कविता प्रस्तुत कर यशोगान किया।
मुख्य अतिथि प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि सम्राट अशोक ने 23 विश्वविद्यालयों की स्थापना कर भारत को शिक्षा और अध्यात्म में विश्वगुरु बनाया। उनके द्वारा स्थापित शिलालेख आज भी उनके कार्यों की गवाही देते हैं।
प्रो. उमाशंकर शर्मा ने अशोक को आदर्श शासक बताया और कहा कि उनका धम्म आज भी प्रासंगिक है। अन्य वक्ताओं—प्रो. मिश्रीलाल मांडोत, ब्रिगेडियर जैतावत, कर्नल चरणजीत सिंह व डॉ. मनीष श्रीमाली ने भी विचार साझा किए।
राष्ट्रीय कवि श्रेणी दान चारण ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविता सुनाई। महासचिव जय किशन चौबे ने संचालन करते हुए आगामी स्थापना समारोह हेतु सुझाव आमंत्रित किए। आभार मनोहरलाल मुदड़ा ने प्रकट किया।
समारोह में संस्थान पदाधिकारी, सदस्य व शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।