उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर द्वारा आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘रंगशाला’ के अंतर्गत तीन दिवसीय नाट्य प्रस्तुति के अंतिम दिन रविवार को नाटक ‘एंडगेम’ का मंचन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में किया गया। कलाकारों के उम्दा अभिनय ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर के निदेशक फ़ुरकान खान ने बताया की प्रति माह आयोजित होने वाली मासिक नाट्य संध्या रंगशाला के अंतर्गत तीन दिवसीय नाट्य प्रस्तुति के अंतिम दिन रविवार 13 अप्रेल को लिटिल थेस्पियन कोलकाता द्वारा ‘एंडगेम’ नाटक का मंचन किया गया। ’एंडगेम‘ नाटक के नाटककार सेम्युअल बैकेट, अनुवादक उमा झुनझुनवाला एवं निर्देशक स्व. एस.एम. अजहर आलम है। कलाप्रेमियों ने इस नाटक तथा उसके पात्रों द्वारा किए गए अभिनय को सराहा। संगीत मुरारी राय चौधरी तथा प्रकाश व्यवस्था जयदीप रॉय ने दी। अंत में सभी कलाकारों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में केन्द्र के उपनिदेशक (कार्यक्रम) पवन अमरावत, सहायक निदेशक (वित्तीय एवं लेखा) दुर्गेश चांदवानी, सी.एल. सालवी, सिद्धांत भटनागर सहित शहर के कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन केन्द्र के सहायक निदेशक (वित्तीय एवं लेखा) दुर्गेश चांदवानी ने किया।
नाटक के बारे में:
सैमुअल बेकेट की एंडगेम को आधुनिकतावादी बेतुकेपन की उत्कृष्ट कृति माना जाता है, जो एक ही कमरे में बंद चार विशिष्ट पात्रों की कहानी बताती है, क्योंकि वे एक अज्ञात सर्वनाशकारी आपदा के बाद जीवन को समझने की कोशिश करते हैं। बेकेट की विशिष्ट शैली में, एंडगेम खुशी और क्रूरता, ठहराव और परिवर्तन, भक्ति और उपेक्षा, जीवन और मृत्यु की एक निराशाजनक और दुखद परीक्षा है। एंडगेम में कुछ भी नहीं है और कुछ भी मायने नहीं रखता। वास्तव में इस नाटक में कथानक महत्वपूर्ण है न कि लिंग, इसलिए इसमें पुरूष पात्रों हैम और क्लोव को महिला पात्रों में बदल दिया है। हुक्मरानी औरत का किरदार उमा झुनझुनवाला, एकांतिका का चंद्रेयी दत्ता मिश्रा, बूढ़े आदमी का इंतेखाब वारसी एवं बूढ़ी औरत का किरदार गुंजन अजहर ने किया।