उदयपुर। गर्मी के बढ़ते तेवरों के चलते हीटवेव प्रबंधन और बिजली-पानी की निर्बाध आपूर्ति को लेकर जिला प्रषासन पूरी तरह से मुस्तैद है। जिला कलक्टर नमित मेहता की पहल पर शनिवार को प्रषासन की पूरी टीम फील्ड में रही। अधिकारियों ने दूरदराज की गांव-ढाणियों तक पहुंच कर पेयजल, छाया, चारे आदि की स्थिति जानी। कई जगह छोटी-मोटी समस्याओं का हाथों निस्तारण कराकर आमजन को राहत उपलब्ध कराई। आगामी भीषण गर्मी के दौर से पहले जिला प्रषासन की इस मुहिम का आमजन ने स्वागत करते हुए आभार जताया।
एडीएम प्रषासन दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि जिला कलक्टर श्री मेहता के निर्देष पर शनिवार को जिले में विषेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। इसमें सभी उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारियों सहित अन्य ने अपने क्षेत्र की कम से कम दो-दो ग्राम पंचायतों का भ्रमण किया। प्रषासन की इस मुहित के चलते अधिकारियों ने 100 से भी अधिक ग्राम पंचायतों में पहुंच कर हीटवेव प्रबंधन और पेयजल व्यवस्था की जानकारी ली। इसके अलावा गिरदावर, पटवारी और ग्राम विकास अधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्र में निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देष दिए गए। राठौड़ ने बताया कि अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों में पहुंच कर वहां मनुष्य एवं पशुओं के लिए उपलब्ध पेयजल स्त्रोतों, उनकी वर्तमान स्थिति, हैंडपंप, सार्वजनिक कुओं, नलकूप, सोलर पनघट, पेयजल परियोजनाओं की स्थिति, जलापूर्ति की स्थिति, जल जीवन मिषन के तहत निर्मित व निर्माणाधीन जलाषयों व पेयजल पाइप लाइन, घर-घर नल और नल में जल की स्थिति की विस्तृत जानकारी लेकर रिपोर्ट प्रेषित की। वहीं छोटी-छोटी समस्याओं का हाथों हाथ निस्तारण कराकर व्यवस्थाएं सुचारू की गई। इसके अलावा पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था, गोषालाओं में हीटवेव प्रबंधन, सार्वजनिक स्थलों पर छाया-पानी के प्रबंध आदि का भी जायजा लिया।
जलस्त्रोतों का पानी चखा, गोषालाओं का भी अवलोकन
जिला कलक्टर के निर्देष पर शनिवार को सभी अधिकारी फील्ड में रहे। इस दौरान उन्होंने जलस्त्रोतों का अवलोकन कर पानी भी पीकर चखा। इसके अलावा गोषालाओं का अवलोकन कर वहां पशुओं के लिए हवा-पानी, चारे की व्यवस्था की जानकारी ली तथा आवष्यक दिषा-निर्देष दिए। गिर्वा एसडीएम सोनिका कुमारी ने टीडी क्षेत्र का दौरा कर वहां पेयजल व्यवस्थाओं की जानकारी ली। जल जीवन मिषन के तहत हुए कामों का अवलोकन किया। उन्होंने हैंडपंपों और पनघट का अवलोकन कर जलापूर्ति व्यवस्था देखी। साथ ही ग्रामीणों से संवाद कर उनसे जलापूर्ति सहित अन्य विषयों पर जानकारी ली। गोगुन्दा एसडीएम शुभम भैसारे ने चाटियाखेड़ी और जसवंतगढ़ का दौरा किया। उन्होंने पनघट हैंडपंप पर पहुंचकर ग्रामीणों से जल आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली और मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्वयं हैंडपंप से पानी चखा। एसडीएम ने पंप से पानी की आपूर्ति की नियमितता, पाइपलाइन की स्थिति, जल स्त्रोत की सफाई एवं जलग्रहण क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और ग्रामीणों को निर्धारित समय पर पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो। उन्होंने जल जीवन मिषन के कामों का भी निरीक्षण किया।
कोटडा उपखंड अधिकारी हसमुख कुमार ने आज जिला कलेक्टर के निर्देश पर कोटडा के जुड़ा ओर बिकरणी में पेयजल के श्रोत का निरक्षण किया। वही मौके पर मिले 2 हेण्डपम्प के हाथों-हाथ मरम्मत के निर्दश दिया। वही उपखंड अधिकारी ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से बैठक कर समस्त पेयजल के श्रोत को सुचारू करने के निर्देश दिए। भीण्डर में उपखण्ड अधिकारी रमेषचंद्र बहेडिया के निर्देषन में तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों ने खेरोदा, बांसड़ा, हींता, बरोडिया, वाना, अमरपुरा, खालसा, कानोड, पीथलपुरा, सरवानिया, राजपुरा आदि गांवों का दौरा कर पेयजल प्रबंधन देखें। कोटडा उपखंड अधिकारी हसमुख कुमार ने जुड़ा और बिकरणी में पेयजल स्त्रोतों का निरक्षण किया। मौके पर बंद मिले 2 हेण्डपम्प की हाथों-हाथ मरम्मत के निर्दश दिए। साथ ही जलदाय विभाग के अधिकारियों से बैठक कर समस्त पेयजल स्त्रोत को सुचारू करने के निर्देष दिए। मावली एसडीएम रमेष सीरवी ने फ़तहनगर क़स्बे और मावली में पेयजल व्यवस्था की जांच की। बंद पड़ी दो पनघट योजनाओं को तत्काल दुरस्त करने के लिए विभागीय अधिकारियों को पाबंद किया। फ़तहनगर में गोषाला का निरीक्षण कर छाया, पानी, चारे की व्यवस्था देखी। झाडोल में तहसीलदार ने सेजलाया, चदंवास, मालपुर, गायरीयावास का दौरा किया। गांव बीडा में पीएचईडी की पेयजल टंकियों का अवलोकन कर विभागीय अधिकारियों को आवष्यक निर्देष दिए।
अधिकारी रहें संवेदनषील, आमजन को दें त्वरित राहत
जिला कलक्टर नमित मेहता ने ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर पीएचईडी एवं अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों को पूरी तरह से मुस्तैद रहने की हिदायत दी। उन्होंने अधिकारियों को लगातार फील्ड विजिट करने तथा आमजन से संपर्क में रहने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि आगामी दो माह अधिकारी पूरी तरह से संवेदनषील रहते हुए काम करते तथा आमजन को त्वरित राहत प्रदान करें। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की कमी के चलते आमजन को किसी भी प्रकार की परेषानी नहीं हो इसका विषेष ध्यान रखा जाए।