उदयपुर | तीर्थंकर महावीर के जन्म कल्याणक दिवस के अवसर पर आज दिनांक 9 अप्रैल को विज्ञान समिति में जैन ग्रंथों के चार आयाम विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ| संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य भगवान महावीर की शिक्षाओं से संबंधित जैन ग्रंथों के असीमित भंडार से आम जन परिचित होकर उसका अपने जीवन में उपयोग करें |
समिति के कुल प्रमुख डॉ के एल कोठारी ने बताया की प्रथमानुयोग, करणानुयोग, चरणानुयोग, द्रव्यानुयोग नाम से प्रचलित चार अनुयोगों के परिचय के साथ उनकी जीवन में उपयोगिता की चर्चा के साथ ग्रंथों की प्रदर्शनी भी आयोजित हुई |
मीडिया प्रभारी प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी में प्रमुख वक्ता डॉo एन. एल. कछारा, डॉo पारसमल अग्रवाल, एवं डॉक्टर पुष्पा कोठारी थे| कर्नल डॉo डी. एस. बया की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉo प्रेम सुमन जैन थे| डॉo के. एल. कोठारी, श्री मनीष गोयल आदि ने भी अपने विचार रखे, व डॉo के. पी. तलेसरा ने गोष्ठी का संचालन किया|