(mohsina bano)
उदयपुर।
श्रम विभाग, उदयपुर द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में भवन एवं अन्य संनिर्माण उपकर (लेबर सेस) की 98.57 प्रतिशत वसूली की गई है। संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त महेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि 35 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 34.50 करोड़ रुपये की राशि वसूल की जा चुकी है।
राठौड़ ने बताया कि विभाग द्वारा निर्माण स्थलों के मालिकों को नोटिस जारी कर उन्हें आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने और शेष उपकर राशि जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी निर्माणकर्ता ने यूडीए या नगर निगम में नक्शा पास कराते समय अनुमानित राशि जमा कर दी है, तो शेष राशि श्रम विभाग में जमा कराई जा सकती है।
विलंब पर बढ़ता है ब्याज
राठौड़ ने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण कई निर्माणकर्ता समय पर उपकर नहीं भरते, जिससे उन्हें मासिक 2% ब्याज का भार उठाना पड़ता है। उपकर वसूली की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाने हेतु जिला अधिकारी द्वारा निरीक्षण कर विभिन्न निर्माण इकाइयों को चिन्हित किया गया है। अधिकारियों को शीघ्र नोटिस/स्मरण पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है लेबर सेस?
भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार अधिनियम, 1996 के तहत यह उपकर लागू है। यह उन सभी निर्माण परियोजनाओं पर अनिवार्य है, जिनकी लागत 10 लाख रुपये या अधिक है। उपकर की दर निर्माण लागत का 1 प्रतिशत निर्धारित की गई है। यह राशि निर्माण श्रमिकों के कल्याणकारी कार्यों में व्यय की जाती है।
जिले में आमजन को इस उपकर के प्रति जागरूक करने हेतु विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है।