(mohsina bano)
उदयपुर – आयुर्वेद विभाग उदयपुर के आरोग्य समिति राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिंधी बाजार, फुटा दरवाजा द्वारा 24 से 28 मार्च तक 40वें नि:शुल्क पंचकर्म चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर का शुभारंभ नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश एवं आयुर्वेद विभाग उपनिदेशक डॉ. राजीव भट्ट द्वारा 24 मार्च को प्रातः 9 बजे किया जाएगा।
शिविर प्रभारी एवं वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि इस शिविर में पंचकर्म चिकित्सा द्वारा जीर्ण व जटिल रोगों का उपचार किया जाएगा। इसमें वमन, विरेचन, बस्ति, नस्य और रक्तमोक्षण जैसी प्रमुख पंचकर्म विधियाँ शामिल हैं, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करती हैं।
रविवार को पंजीयन के लिए रोगियों की भारी भीड़ उमड़ी, जिससे इस चिकित्सा प्रणाली के प्रति लोगों के बढ़ते विश्वास का संकेत मिलता है। कटिबस्ती, जानुबस्ती, शिरोधारा, ग्रीवाबस्ती, उद्वर्तन जैसी अन्य चिकित्सा विधियों के माध्यम से जोड़ों का दर्द, सायटिका, स्पॉन्डिलाइटिस, माइग्रेन, एविएन (AVN) रोग एवं मांसपेशियों के दर्द का प्रभावी उपचार किया जाएगा।
शिविर के अंतिम दिन 28 मार्च को विशेष अग्निकर्म चिकित्सा शिविर आयोजित होगा। अग्निकर्म विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र सिंह हाड़ा (आयुर्वेद चिकित्सालय, भादसोड़ा) की देखरेख में गठिया, स्नायु दर्द, गांठों की समस्या, एवं अन्य दीर्घकालिक रोगों का उपचार किया जाएगा। अग्निकर्म एक प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धति है, जिसमें ताप के माध्यम से रोग के मूल कारण को समाप्त किया जाता है।
यह शिविर स्लिप डिस्क, जोड़ों एवं हड्डियों के दर्द, कमर एवं गर्दन की अकड़न, तंत्रिका तंत्र विकार, सुन्नता, चर्म रोग, माइग्रेन, सिरदर्द, मोटापा एवं पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित रोगियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक रहेगा।
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