उदयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के भारत सरकार के विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण विभाग (दिव्यांगजन) की ओर से राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम का 25 वां राष्ट्रीय दिव्य कला मेला 21 से 30 मार्च तक उदयपुर के नगर निगम टाउन हॉल परिसर में आयोजित होगा।
राजस्थान में दूसरी बार और उदयपुर में पहली बार होने जा रहे अपनी तरह के इस अनूठे आयोजन को लेकर राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम के सीएमडी श्री नवीन शाह ने गुरूवार को जिला परिषद सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि दिव्य कला मेले का शुभारंभ 21 मार्च शुक्रवार शाम 4 बजे राजस्थान के राज्यपाल श्री हरिभाउ किषनराव बागड़े करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रामदास अठावले भी बतौर अतिथि उपस्थित रहेंगे। शाह ने बताया कि 10 दिवसीय मेले में देष भर के दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित किया जाएगा। मेले का समय सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक रहेगा तथा प्रवेष पूर्णतया निःषुल्क रहेगा।
मेले में यह होगा खास
सीएमडी श्री शाह ने बताया कि दिव्य कला मेला दिव्यांगजन (पीडब्ल्यूडी) के उत्पादों और कौशल के विपणन और प्रदर्शन के लिए एक बड़ा मंच प्रस्तुत करता है। इसमें देष के 20 से राज्यों व केंद्र शासित प्रदेषों से 100 से अधिक दिव्यांग उद्यमी और कलाकारों द्वारा तैयार किए गए हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और पैकेज्ड फूड सहित देश के विभिन्न हिस्सों के जीवंत उत्पाद एक साथ प्रदर्षित किए जाएंगे। यह दिव्यांगजन के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक अनूठी पहल है। इसमें गृह सज्जा और जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड खाद्य और जैविक उत्पाद, खिलौने और उपहार, व्यक्तिगत सहायक सामग्री आभूषण, क्लच बैग सहित सैकड़ो तरह की सामग्री बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा दिव्यांगजनों की ओर से ही देष के विभिन्न प्रांतों के प्रसिद्ध व्यंजनों की स्टॉल्स भी लगाई जाएंगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी रहेगी धूम
दिव्य कला मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला भी आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसमें दिव्यांगजन सहित कई पेषेवर कलाकारों की प्रस्तुतियां रोमांचित करेंगी। 30 मार्च को देश के विभिन्न हिस्सों से दिव्यांग कलाकारों द्वारा इस मेले में दिव्य कला शक्ति नामक एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। मेले के दौरान दिव्यांग रचनाकारों का एक भव्य कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।
दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है सरकार
एनडीएफसीडीसी के सीएमडी डॉ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। यही वजह है कि मात्र 3 वर्ष की अल्प अवधि में ही 24 दिव्य कला मेले देष के विभिन्न स्थलों पर आयोजित किए जा चुके हैं। इसके माध्यम से दिव्यांगजनों की कला को उचित मंच मिल रहा है और दिव्यांग कलाकार आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिव्य कला मेले में दिव्यांगजनों को स्टॉल्स पूर्णतया निशुल्क आवंटित की जाती है। साथ ही उनके आने-जाने, आवास-भोजन आदि सभी की व्यवस्था भी निगम की ओर से की जाती है। प्रेसवार्ता के दौरान एनडीएफडीसी के महाप्रबंधक अनिल कुमार, अनुसूचित जाति, जनजाति वित्त एवं विकास निगम जयपुर के महाप्रबंधक शीशराम चावला, कोर्डिनेटर मनोज साहू, प्रोजेक्ट मैनेजर मांधाता सिंह, असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर वीना मेहरचंदानी, कवि राव अजातशत्रु भी उपस्थित रहे।