उदयपुर | लोकजन सेवा संस्थान व राजस्थान साहित्य अकादमी के सयुंक्त तत्वाधान मे महाराणा भूपाल जयंती के अंतर्गत व्याख्यान, पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह का आयोजन साहित्य अकादमी सभागार मे हुआ | कार्यक्रम के अध्यक्ष जनार्दन राय नगर विद्यापीठ के कुलाधिपति भंवर लाल गुर्जर, मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री राजस्थान सरकार व इंटक नेता जगदीश राज श्रीमाली व विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति प्रो उमा शंकर शर्मा व डॉ देव कोठारी थे |
संस्थान के अध्यक्ष प्रो विमल शर्मा ने बताया की नीतू बापना की सरस्वती वंदना के पश्चात डॉ जय राज आचार्य ने स्वागत उद्बोधन देते हुए संस्थान का परिचय दिया व महासचिव जय किशन चौबे ने इन आयोजनो की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला |
आज के मुख्य वक्ता प्रो बी पी शर्मा ग्रुप प्रेजिडेंट पेसिफिक यूनिवर्सिटी समूह ने अपने व्याख्यान मे कहा की 1200 वर्षो के परमेष्ठी शासित मेवाड़ साम्राज्य मे 74 दीवान हुए व श्री एकलिंग नाथ की यह गद्दी कभी पराधीन नहीं हुइ |
बप्पा रावल ने तो आक्रांताओं को ईरान तक खदेड दिया था | एकलिंग जी की गद्दी का आदर करते हुए बाजीराव पेशवा ने सन 1636 मे निकट बैठने का निमंत्रण अस्वीकार किया तो वही सरदार पटेल ने भी 14 जून 1959 को खड़े रहकर की निवेदन करने को प्राथमिकता दी |
युगपुरुष ठाकुर अमरचंद बड़वा जैसे महान व्यक्ति को मेवाड़ की भूमि ही पैदा कर सकती हैं | इतिहास का यह कटु सत्य है की भारत को नुकसान पहुंचाने मे भारतीयों का भी हाथ रहा है|
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे श्री गुर्जर ने कहा की कालांतर मे भयवश या चाटुकारिता के रहते इतिहासकारों नें कई घटनाओं का गलत वर्णन किया है | अब समय आ गया है की इतिहासकार निर्भीक होकर इनका खण्डन कर व सत्य को उजागर करें | शिक्षा की अलख जगाने के लिए मेवाड़ सदैव महाराणा भूपाल सिँह का ऋणी रहेगा |
अपने उद्बोधन मे जगदीश राज श्रीमाली नें कहा की मेवाड़ की स्थापना मे हरित ऋषि के अविस्मरणीय योगदान को सदैव याद रखा जाना चाहिए | उन्ही के अद्वितीय शिष्य बप्पा रावल से मेवाड़ राजवंश बना |
प्रो उमा शंकर शर्मा व डॉ देव कोठारी नें भूपाल सिंह व ठाकुर अमर चंद बड़वा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला |
सम्मान समारोह : प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने अपने क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य कर मेवाड़ का नाम रोशन करने वाली 23 विभूतियों का शॉल, ऊपरना, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया |सम्मानित होने वालों मे
उमराव सिंह ओस्तवाल, ब्रिगेडीयर डॉ सवाई सिंह जेतावत, डॉ प्रेम भंडारी, प्रो लक्ष्मीलाल धाकड़, नारायण लाल उपाध्याय, डॉ जे पी एन ओझा, डॉ नीतू मेनारिया, डॉ मनीष श्रीमाली, राज्यवर्धन सिंह राणावत, नीतू बापना, मांगीलाल बिश्नोई, अमरचंद बिश्नोई, शिवनन्दन बिश्नोई, किशनलाल बिश्नोई, शंकरलाल बिश्नोई, सुखदेव गुर्जर, वर्षा झाला, डॉ दीप्ति पंड्या, प्रभा पंड्या, रिज़वान शैख़, सागरिया बंधु व स्वामी भगवान प्रकाश शामिल हैं
पत्रिका व पुस्तक विमोचन :
1: त्रिमासिक पत्रिका: अक्षय लोकजन (जन - मार्च 2025 ) - महाराणा भूपाल जयंती अंक
एवं
2 पुस्तक.. "मेवाड़ राज्य के प्रधान ठाकुर अमर चंद बड़वा : व्यक्तित्व एवं कृतित्व " पुस्तक समीक्षा डॉ मिश्री लाल मांडोत नें प्रस्तुत की |
विमोचन के साथ सभी आलेख लेखकों का सम्मान किया गया |
संचालन प्रमिला शरद व्यास एवं डॉ कुलशेखर व्यास नें किया व डॉ विमल शर्मा नें आभार व्यक्त किया | अंत मे गत वर्ष दिवंगत संरक्षक व सदस्यों की स्मृति मे दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की गयी व राष्ट्र गान से कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात् स्नेह भोज हुआ