उदयपुर। प्रदेश के जल संसाधन विभाग मंत्री श्री सुरेशचंद्र रावत बुधवार को उदयपुर प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए आगामी 18 व 19 फरवरी को उदयपुर में प्रस्तावित राष्ट्रीय कांफ्रेन्स वाटर विजन - 2047 की तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जल संसाधन मंत्री श्री रावत ने अपने उदयपुर प्रवास के दौरान बुधवार सुबह उदयपुर सर्किट में अधिकारियों की बैठक ली। इसमें अतिरिक्त मुख्य अभियंता ़ऋषभ जैन, अधीक्षण अभियंता मनोज जैन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। केबिनेट मंत्री श्री रावत ने उदयपुर में 18 व 19 फरवरी को आयोजित होने वाली राष्टीय स्तरीय कॉन्स्प्रेस वाटर विजन 2047 की तैयारियो के बारे में विस्तृत जानकारी ली। साथ ही निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित कराने के लिए आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांफ्रेन्स में केंद्रीय मंत्री सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री आदि भाग लेंगे। सम्मानीत अतिथियों के आगमन, आवास, कांफ्रेन्स आदि की व्यवस्थाएं बेहतर से बेहतर हों तथा कार्यक्रम पूर्ण गरिमामय ढंग से संपादित हो, जिससे उदयपुर और प्रदेश की अच्छी छवि कायम रहे।
श्री रावत ने बजट घोषणा एवं अन्य विभागीय कार्यों की भी विस्तृत समीक्षा करते हुए प्रगति बढाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने देवास परियोजना में कार्य की प्रगति बढाने तथा वन विभाग द्वारा वन भूमि प्रत्यावर्तन करा कर कार्य को शीघ्र अतिशीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। बागोलिया फिडर तथा खारी फिडर की टेण्डर प्रकिया को यथाशीघ्र पूर्ण कराकर कार्य प्रारंभ कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने उदयपुर सम्भाग में चल रहे अन्य निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। साथ ही उच्च गुणवतायुक्त कार्य कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।