उदयपुर। जिला झील संरक्षण एवं विकास समिति की बैठक गुरूवार को जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में हुई।
प्रारंभ में नगर निगम आयुक्त एवं समिति के सदस्य सचिव रामप्रकाश ने राज्य झील विकास प्राधिकरण के तहत अधिसूचित झीलों के बारे में अवगत कराया। बैठक में जयसमंद झील के संरक्षण के लिए जल संसाधन विभाग के माध्यम से तैयार कराए गए प्रस्तावों पर चर्चा की। जिला कलक्टर श्री मेहता ने संबंधित परिपत्रों का विस्तृत अध्ययन करने के पश्चात इस संबंध में निर्णय लिए जाने की बात कही। बैठक में फतहसागर और पिछोला में होटल व्यवसायियों की ओर से यात्रियों के परिवहन के लिए संचालित नावों को इलेक्ट्रीक अथवा सोलर से संचालित किए जाने के बिन्दु पर भी विचार-विमर्श किया गया। जिला कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त को संबंधित स्टैकहॉल्डर की बैठक लेकर इस संबंध में सभी तथ्यों पर चर्चा कर अवगत कराने के निर्देश दिए। नाव संचालन की समय-सीमा के बिन्दु पर भी जिला कलक्टर ने सभी परिपत्रों, आदेशों का अच्छी तरह से अध्ययन किए जाने के बाद ही निर्णय करने की बात कही। बैठक में फतहसागर और पिछोला झीलों से हो रही आय का लेखा-जोखा समिति को प्रस्तुत किए जाने, झीलों के संरक्षण के लिए अपेक्षित कार्य आदि बिन्दुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में यूडीए सचिव हेमेंद्र नागर, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता मनोज जैन, उपनिदेशक पर्यटन शिखा सक्सेना, प्रदूषण नियंत्रण मंडल से पायल पंचौली, अतिरिक्त निदेशक मत्स्य डॉ दीपिका पालीवाल, जल संसाधन विभाग सलूम्बर के अधिशासी अभियंता प्रतीक चौधरी, नगर निगम के अधिशासी अभियंता (यांत्रिकी) लखनलाल बैरवा आदि उपस्थित रहे।