(mohsina bano)
ब्रह्माकुमारीज उदयपुर सेवाकेंद्र पर 89वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया, जिसमें शिव ध्वजारोहण कर बुराई छोड़ने के संकल्प के साथ शुभारंभ हुआ।
अपने उद्बोधन में बीके रीता बहन ने कहा कि वर्तमान में कलियुग का अंतिम चरण चल रहा है, जो सारा काल रात्रि अथवा महारात्रि के समान है। उन्होंने बताया कि परमपिता परमात्मा शिव संसार को पावन और सुखी बनाने के लिए प्रजापिता ब्रह्मा के तन में अवतरित होकर सहज राजयोग की शिक्षा दे रहे हैं। इस संदर्भ में उनका संदेश था कि हमें पवित्रता और शुद्धता का पालन करते हुए शिव के अर्पण होकर संसार की सेवा करनी चाहिए।
मीडिया समन्वयक प्रो. विमल शर्मा ने बताया कि इस पावन अवसर पर सभी ने महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत करते हुए जीवन में सभी बुराई को त्यागने का संकल्प लिया।
बीके रीमा बहन ने बताया कि महाशिवरात्रि तक विभिन्न स्थानों पर शिव बाबा के ज्ञान की अलख जागरूक करते हुए बाबा की संतान को राजयोग के माध्यम से चैतन्य करने का प्रयास किया जाएगा।
बीके रश्मि बहन ने सेवा केंद्र के भाई-बहनों के साथ प्रसाद वितरण की व्यवस्था की।