उदयपुर लोकजन सेवा संस्थान ने अपने संरक्षक बिजोलिया राव सवाई चंद्रवीर सिंह जी के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि राव सा. ने संस्थान की मासिक पत्रिका के प्रारंभिक पाँच वर्षों तक मुख्य संपादक के रूप में कार्य करते हुए अक्षय लोकजन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और पत्रकारिता के सर्वोच्च मानदंड स्थापित किए। वे इतिहास और दर्शन शास्त्र के गहन ज्ञाता थे, जिनकी वाणी सुनने के लिए सभी सदैव उत्सुक रहते थे। उनके निधन से मेवाड़ ने एक युगद्रष्टा को खो दिया है।
महासचिव जयकिशन चौबे ने बताया कि बिजोलिया, मेवाड़ रियासत के प्रथम श्रेणी के सोलह उमरावों में शामिल रहा है और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पचास वर्षों तक चला बिजोलिया आंदोलन एक विशिष्ट पहचान रखता है।
संस्थान के अध्यक्ष प्रो. विमल शर्मा, महासचिव जयकिशन चौबे, उपाध्यक्ष इंद्र सिंह जोलावास, कानूनी सलाहकार एडवोकेट मुरलीधर पालीवाल एवं हाजी सरदार मोहम्मद ने बिजोलिया जाकर उनके पुत्र दिग्विजय सिंह, मृत्युंजय सिंह, पौत्र माघवेन्द्र सिंह सहित परिवारजन नटवर सिंह, सौभाग्य सिंह, यादवेन्द्र सिंह आदि से भेंट कर अपनी एवं संस्थान सदस्यों की ओर से संवेदना व्यक्त की और सांत्वना दी।