उदयपुर के समीपवर्ती ग्राम मनवाखेड़ा में आज, दिनांक 09 जनवरी 2025, को चारभुजा मंदिर पर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्राम मनवाखेड़ा को नगर निगम क्षेत्र में शामिल किए जाने का विरोध करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही, मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया।
ग्रामवासियों का कहना है कि ग्राम मनवाखेड़ा और ग्राम पंचायत को टीएसपी (अनुसूचित क्षेत्र) के तहत घोषित हुए मात्र पांच वर्ष हुए हैं। इस क्षेत्र को नगर निगम में शामिल किए जाने से युवाओं को टीएसपी के तहत मिलने वाले रोजगार के लाभ समाप्त हो जाएंगे।
यहां के अधिकांश निवासी गरीब किसान परिवारों से हैं, जिनकी आजीविका मुख्यतः खेती और पशुपालन पर निर्भर है। यदि यह क्षेत्र नगर निगम में शामिल होता है, तो उन्हें विभिन्न प्रकार के शुल्कों का भुगतान करना पड़ेगा, जो उनके लिए कठिन होगा।
इसलिए, ग्राम पंचायत मनवाखेड़ा के निवासियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि ग्राम को नगर निगम क्षेत्र में शामिल नहीं किया जाए और ग्राम पंचायत को यथावत रखा जाए। इस अवसर पर ग्राम पंचायत मनवाखेड़ा के सरपंच किशन लाल गमेती, रामलाल पटेल, किसान नेता विष्णु पटेल, भंवरलाल डांगी, प्रेमचंद पटेल, भेरुलाल डांगी, प्रकाश डांगी, हिरालाल पटेल, गंगाराम पटेल, मोड़ी राम डांगी, लक्ष्मी लाल, हरिशंकर और कन्हैयालाल डांगी आदि उपस्थित थे।