उदयपुर। ग्रीन पीपल सोसाइटी द्वारा आयोजित 10 दिवसीय प्रशिक्षण में पर्यावरण संरक्षण, वन और वनस्पति के साथ इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जन जीवन के बारे में जानकारी दी गई। इंटर्न विद्यार्थी हर्ष माथुर ने अपने अनुभव को साझा करते हुए प्रेजेंटेशन में जन जागरण समिति द्वारा स्थानीय ट्रेडिशनल हब्र्स एवं आयुर्वेदिक महत्व के विभिन्न जड़ी बूटियां , पादप ,लताओं एवं वृक्षों के जानकारी दी । फिनिश समिति द्वारा स्वच्छ भारत मिशन में वेस्ट मैनेजमेंट एवं प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने व पब्लिक हेल्थ इश्यूज पर की जा रही कार्रवाई से अवगत कराया गया । झील संरक्षण समिति द्वारा झीलों के संरक्षण, स्वच्छता एवं उन्हें प्रदूषण मुक्त रखने के बारे में बताया। आरएसएमएम द्वारा झामर कोटडा में खनन संबंधी एक्टिविटीज एवं रिक्लेमेशन कार्यों के संबंध में तथा खनन से उत्पन्न प्रदूषण, मृदा क्षरण आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया।
जीपीएस द्वारा पैडल टू जंगल के आठवें संस्करण में प्रशिक्षार्थियों को बांसवाड़ा के माही डैम के बैकवॉटर्स में आदिवासियों के लिए नवाचार , उनके जीवन शैली , संस्कृति , खानपान, रहन-सहन एवं शिक्षा के साथ उनसे जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में अवगत कराया।
जीपीएस द्वारा वन एवं वन क्षेत्र के संवर्धन कार्यों , वन्यजीवों की सुरक्षा कार्यों , लघु वन उपज के बारे में जानकारी , स्थानीय आदिवासियों की जीवन शैली इत्यादि के बारे में बताते हुए झाडोल कोटडा क्षेत्र का फील्ड निरीक्षण कराया।
अंत में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष राहुल भटनागर, सुहेल मजबूर ,इंद्रजीत माथुर,वीएस राणा, मोहम्मद यासीन पठान, ललित जोशी आदि उपस्थित रहे।