उदयपुर। विद्या भवन गो. से. शिक्षक महाविद्यालय में शिक्षा में गुणात्मक अनुसंधान विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शनिवार को संपन्न हुई। समापन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. अनिल कोठारी ने कार्यशाला को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताया और कहा कि शोध विषय वास्तविक एवं व्यावहारिक जीवन से संबंद्ध होने चाहिए। प्रो. सुषमा तलेसरा ने शोध प्रारंभ करने से पूर्व ही उसके विविध पक्षों पर गहराई से चिंतन करने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि सिनोप्सिस किसी भी शोध की आत्मा होती है। कार्यशाला समन्वयक डॉ. मनीषा शर्मा ने प्रतिवेदन पढ़ा। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. फरजाना इरफान ने बताया कि दूसरे दिन के पहले सत्र में डाटा प्रबंधन एवं कोडिंग के बारे में डॉ. नेहा पालीवाल, द्वितीय सत्र में प्रो. एस.एस. भाणावत ने डाटा एनालिसिस व तृतीय सत्र में प्रो. अनिल जैन ने कार्यशाला से ऑनलाइन जुड़ते हुए गुणात्मक एवं मात्रात्मक शोध में अंतर स्पष्ट करते हुए शोध के परिणामों को लिखने के प्रारूप पर गहन चर्चा की। स्वागत उद्बोधन प्राचार्य डॉ. फरजाना इरफान ने दिया। संचालन डॉ. मालचंद काला तथा धन्यवाद डॉ. अख्तर बानो ने दिया।