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भारतीय खनन दिवस समारोह आयोजित

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05 Nov 24
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भारतीय खनन दिवस समारोह आयोजित


उदयपुर। माईनिंग इंजिनियर्स एसोसिएशन ऑॅफ इण्डिया, राजस्थान चेप्टर, उदयपुर ने आज इण्डियन माईंनिंग दिवस समारोह चैप्टर ऑफिस पर मनाया गया। प्रति वर्ष यह दिवस पूरे देश मेें खनन उधोग से संबधित वर्तमान परिदृष्य, तकनीकी उन्नति के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए माईनिंग इंजिनियर्स एसोसिएश न ऑॅफ इण्डिया की विभिन्न संस्थाओं द्वारा मनाया जाता है। समारोह में लगभग 40 खनि अभियताओं तथा भूवैज्ञानिकांे ने भाग लिया। इस वर्ष वुमेन इन माईनिंग इंडस्ट्री थीम पर यह समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एम.ई.ए.आई.उदयपुर के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा एवं मुख्य वक्ता माइनिंग इंजीनियरिंग के डीन एवं विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर व सेवानिवृत्त खान सुरक्षा निदेशक दिलीप कुमार सक्सेना थे।
इस अवसर पर एमईएआई के पूवर्ज्ञध्यक्ष अरूण कुमार कोठारी द्वारा सभी अभियन्ताआंे को शपथ दिलाई गई। अध्यक्ष प्रवीण शर्मा द्वारा सभी विशिष्ट अतिथियों स्वागत सत्कार किया गया। शर्मा ने बताया कि आज के विषय पर खदानों में महिलाओं के रोजगार के लिये जो वार्ता की जायेगी वो निश्चित रूप से महिला सशस्तीकरण, जागरण एवं महिला उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की खदानों में महिला इंजीनियरो को रोजगार दिया जा रहा है। हाल ही में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की महिला रेस्क्यु टीम द्वारा अर्न्तराष्ट्रीय महिला रेस्क्यु कम्पीटीशन में द्वितीय स्थान पर पारितोषिक प्राप्त कर यह साबित कर दिया है कि महिला किसी भी क्षेत्र में पुरूष से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि संध्या रसतकला हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की प्रथम भूमिगत माईन्स की मैनेजर रही हैं।
इस अवसर पर दिलीप कुमार सक्सेना ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में महिला की महत्ति भूमिका रही है। सरकार द्वारा महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, कानूनी एवं राजनैतिक रूप में मजबुत बनानें के लिये कई कानून बनाये एवं महिलाओं ने भी यह प्रमाणित कर दिया कि वह किसी भी क्षेत्र मैं पुरुष से कम नहीं है। खनन् उद्योग चूकि खतरो से भरा रहता है एसे में खान अधिनियमों के अनुसार पूर्व में खदानों में महिलाओं की नियुक्ती प्रतिबन्धित रहती थी एवं खदानों को पुरुष प्रधान उद्योग माना जाता रहा है, परन्तु हाल ही में केन्द्र सरकार के द्वारा खान अधिनियम 1952 की धारा 83 में प्रदत अधिकारों का उपयोग करते हुए खान अधिनियम 1952 की धारा 46 के प्रावधानों से महिलाओं को जमीन के उपर या जमीन के नीचे स्थित खदानों में  रोजगार प्रदान करने की छूट दी गई है। सरकार द्वारा यह छूट ओपन कास्ट खदानों में सांयः 7बजे से प्रातः 6 बजे तक भूमिगत खदानों में प्रातः 6 बजे से सांयः 7 बजे तक, नियुक्ति पर लिखित अनुमति, एवं एक शिफ्ट में कम से कम तीन महिला को ड्युटी देना शामिल है।
इसके अतिरिक्त डी.जी.एम.एस द्वारा समय- समय पर जारी निर्देश के आधार पर मानंक संचालन प्रक्रियाओ ;ैव्च्द्ध के क्रियान्वन को ध्यान में रखते हुऐ महिला की नियुक्ती की जायेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में सिर्फ 6-15 प्रतिशत तक ही महिला का रोजगार दिया जाता है जबकि विदेशो मे यह 18 प्रतिशत से उपर है। उन्होने आव्हान किया कि खनन इंडस्ट्रीज में महिलाओ के रोजगार के लिए पोलिसी बनाई जावे एवं भुगतान में भी उनको पुरुषो के बराबर रखा जावे।
उन्होने बताया कि देश की पहली महिला खनन् इंजीनियर डाँ. चन्द्राणी प्रसाद वर्मा ने देश की अन्य महिलाओं के लिए खनन केरीयर अपनाने का रास्ता खोल दिया है और खदानों में एवं माईनिग इंजीनियरींग कॉलेजो में महिलओं को वरीयता दी जा रही है।
इस अवसर पर  एसोसिएशन द्वारा “वुमेन इन माईनिंग इंडस्ट्री’’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे इस क्षेत्र के चार माईनिंग इजंनियरीग कॉलेज के 45 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। निबंध प्रतियोगिता मे प्रथम रही सी.टी.ए.ई की छात्रा बबली चौधरी, द्वितीय रहे विरेन्द्र सिंह चौहान, तृतीय रही खुशी गांधी के अतिरिक्त सुमित प्रजापत एवं पूजा सुथार को नकद पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। अन्य प्रतिभागियो को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। राम शंकर शर्मा को माईनिंग इजीनिर्यस एसोसिएशन द्वारा एनएमडीसी अवार्ड-2023 प्राप्त करने पर उदयपुर चैप्टर द्वारा सम्मानित किया गया।
आर पी गुप्ता पूर्व नेशनल प्रेसीडेन्ट, एमइएआई, उदयपुर द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि खदानों मे महिलाओं की नियुक्ति के प्रतिशत को बढाना चाहिये। हिजिंलि के पूर्व सीईओ अखिलेश जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब महिलाएं राफेल प्लेन चला सकती है तो खदानों में डम्पर क्यों नही चला सकती है हमको अपना माईन्ड सेट बदलना होगा एवं खदानों के विकास में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करना होगा। इस अवसर पर प्रो. बी.बी. धर को श्रद्धाजंली दी गई। कार्यक्रम के अंत मे आसिफ एम अंसारी, सचिव द्वारा सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया व कार्यक्रम का संचालन डा.ँ एस के वशिष्ट, सदस्य नेशनल कांउसिल ने किया।


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