उदयपुर। रोटरी क्लब युवा द्वारा आज स्कूली बच्चों में बढ़ते मोबाइल एडिक्शन और मानसिक समस्याओं की पहचान, समाधान और जागरूकता के उद्देश्य से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देबारी में हिंदुस्तान जिंक के सीएसआर द्वारा संचालित शिक्षा संबल प्रोग्राम के तहत एक कार्यशाला आयोजित की गई।
क्लब अध्यक्ष सीए यश कुणावत ने बताया कि कार्यशाला में मनोचिकित्सक डॉ आर.के.शर्मा ने कक्षा 6 से 12वीं तक के 300 विद्यार्थियों और बीएड के 30 विद्यार्थियों को एक ऐक्टिविटी करवाई। ऐक्टिविटी के दौरान उनको लिखित में पांच घटनाएँ दी गई जो कि एक स्कूली बच्चों के जीवन में आने वाली आम समस्याओं से जुड़ी थी जैसे बुलिंग, रिलेशनशिप इश्यू, तनाव, मोबाइल एडिक्शन और टाइम मैनेजमेंट आदि।
कार्यक्रम के दौरान सभी विद्यार्थियों को पाँच समूह में बांटा गया और साझा की गई घटना पर आधारित कुछ प्रश्न थे जिन्हें बच्चों को पढ़कर उत्तर देने थे। साथ ही कुछ प्रश्न मोबाइल एडिक्शन से जुड़े थे अतः बच्चों ने मोबाइल के लाभ और हानि को समझते हुए उनके सही उपयोग को जाना। उन्हीं के उत्तर को प्रतिबिंबित करते हुए डॉक्टर शर्मा ने उनको लाइफ स्किल की जानकारी दी। डॉ शर्मा ने यह भी बताया कि कैसे लाइफ स्किल जीवन में आने वाली समस्याओं को प्रभावी तरीके से प्रबंधित करने और गुणवत्ता वाली लाइफ जीने में हमारी मदद करती है। लाइफ स्किल को सिखाने में स्कूल के अध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। अध्यापक लाइफ स्किल को प्रोफेशनल काउंसलर से सीखकर अपने विद्यालयों में मानसिक समस्या से प्रभावित बच्चों की सामायिक पहचान कर उनकी मदद कर सकते है। कार्यक्रम के दौरान हिंदुस्तान ज़िंक की सीएसआर अध्यक्ष अरुणा चीता, सीएसआर की सदस्य राधिका, विद्यालय के प्रधानाचार्य दिलीप जैन, रोटरी क्लब युवा के अध्यक्ष यश कुणावत, सेक्रेटरी अमित जैन,से नो टू टोबेको की चेयरमैन डॉ संगीता शर्मा,और चेतस ट्रस्ट के समन्वयक दिव्या शर्मा उपस्थित रहे। अंत में अरुणा चीता ने कहा स्कूल मेंटल हेल्थ एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है इसलिए आगे आने वाले समय में इसे वे हिंदुस्तान जिंक के शिक्षा संबल प्रोग्राम में जोड़ने के लिए तत्पर रहेंगी।