विद्या भारती संस्थान बांसवाडा द्वारा संचालित जिले के 24 विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व सचिव की एक दिवसीय कार्यशाला विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय मंदारेश्वर में सम्पन्न हुई।
एक दिवसीय प्रबन्ध समिति पदाधिकारी व प्रधानाचार्य कार्यशाला में विद्या भारती चितौड प्रान्त के अध्यक्ष डॉ संतोष आनन्द, प्रान्त सचिव मानेंग पटेल, प्रान्त सदस्य प्रकाश शर्मा,विद्या भारती संस्थान बांसवाडा अध्यक्ष रमेश बृजवासी,जिलामंत्री नवनीत शुक्ला,प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ. दीपिका राव का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
अतिथि परिचय जिला सचिव ललित दवे ने किया।
प्रथम सत्र में प्रान्त सचिव मानेंग पटेल ने शैक्षिक गुणवत्ता की कार्य योजना विषय को प्रतिपादित करते हुए कहा कि शिक्षा जगत में हमें छोटी-छोटी बातों को सावचेतन से प्रयास करने का आग्रह किया।
बालक की शैक्षिक गुणवत्ता प्रभावी व व्यवहारिक हो।
प्रत्येक विद्यालय को अपने अपने विद्यालय की विशेषताओं को प्राण-प्रण से कार्य करने का आह्वान किया।
द्वितीय सत्र में डॉ.संतोष आनन्द ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर अपने विचार रखते हुए कहा कि विद्या भारती की शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समस्त आयामों पर खरी उतरती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जीवन मूल्यों से ओत-प्रोत शिक्षा का प्रावधान है,जो विद्या भारती आरम्भ से करती आ रही है।विद्या भारती व राष्ट्रीय शिक्षा नीति दोनों का लक्ष्य भारत केंद्रित शिक्षा है,जिससे भारत का विस्मृत गौरव को पुनर्स्थापित किया जा सके।
उन्होंने विद्यालय की प्रबन्ध समिति के सदस्यों को विद्यालय प्रगति की नींव बताया उन्होंने समस्त सदस्यों से आग्रह किया कि राष्ट्रहित में आपका समय समर्पण व निष्ठा सम्मानीय व वंदनीय है।
विद्यालय की भौतिक व शैक्षिक उन्नति में आप सब निरंतर लगे रहते है यह समाज के प्रति आपकी सद्भावना का परिचायक है।
विद्यालय समिति के अध्यक्ष,सचिव, कोषाध्यक्ष व सक्रिय सदस्यों की श्रेणी बैठकों में विद्यालयों की मूलभत सुविधाओ की पूर्ति,शैक्षिक उन्नयन इत्यादि पर चर्चा हुई।
कार्यशाला का संयोजन जिला सचिव ललित कुमार दवे ने व आभार विद्या भारती संस्थान बांसवाडा जिला मंत्री नवनीत शुक्ला ने माना।