उदयपुर। जैन संत डॉ. समकित मुनि का बुधवार 1 मार्च को प्रातः 8 बजे हिरणमगरी से. 3 से हिरगणमगरी से. 4 स्थित श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान में होली चातुर्मास हेतु भव्य प्रवेश होगा।
हिरणमगरी से. 3 स्थित स्थानक में आज प्रातः आयोजित धमर्सभा में बोलते हुए डॉ. समकित मुनि ने कहा कि धर्म पर अठिग रहने वालो की परमात्मा भी रक्षा करता है। जिन्दगी में भी तूफान आते रहते है,आने वाला तूफान तबाही मचायेगा या ताकत बनेगा यह हम पर निर्भर है। तूफान बर्बाद,परेशान कर सकता है लेकिन मानव उसी तूफान को परिवर्तित कर गृहस्ती,रिश्तेदारी एवं व्यवहार को अपनी ताकत बना सकता है। जिन्दगी में कष्ट का तूफान आया पर मन प्रमुदित ,शान्तद्ध रह गया तो आना वाला तूफान कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता है।
प्रज्ञा महर्षि डॉ.समकित मुनि ने बड़े ही सहज शब्दों में.बोलते हुए कहा कि मन को कभी प्रदूषित नहीं होने देना चाहिए। प्रदूषित मन तिल का ताड़,असहयोग,बोलचाल बन्द करके जिन्दगी में तूफान मचा सकता है और जीवन पर्यन्त प्रदूषित मन के दुष्परिणाम सामने आते रहते है। ऐसी स्थिति में इन्सान में जो हम देखना चाहते है वह नजर आता ही नहीं। बिगड़ा मन अपने भव भव खराब कर सकता है। प्रदूषित मन नरक तक ले जा सकता है। जुबानी जंग उपरान्त भी मन को शान्त रखें सारी परेशानिया समाप्त हो जाती। मन के शुभ विचारों शुभ भावों से मानव जीवन की यात्रा सार्थक हो सकती है। भटकता मन सन्तुलन बिनाड़ सकता है वही प्रमुदित मन से तूफान को शान्त किया जा सकता है।
यदि परिवार में शान्ति नही तो दुनिया में कहीं पर भी शान्ति नहीं मिल सकती। धर्मसभा से पूर्व मुनिवृन्दों लोकाशाह जैन स्थानक अशोक नगर से सेक्टर न.3 हिरण मंगरी महावीर भवन मे पधारने पर श्रावक-श्राविकाओं द्वारा जय जय कार के नारों के साथ संतो की अगवानी करतें हुये अभिनन्दन किया गया।
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान हिरणमगरी से. 4 के मंत्री महेन्द्र पोखरना ने बताया कि प्रातः 8 बजे महावीर भवन सेक्टर नं. 3 में प्रवचन उपरान्त मुनिवृन्दों का होली चातुर्मास हेतु में रैली के साथ से. 4 में प्रवेश होगा तद्उपरान्त वहंा प्रवचन होंगे। 3 से 5 मार्च तक प्रतिदिन रात्रि को श्रवण कुमार की जीवन गाथा पर डॅा. समकित मुनि प्रवचन करेंगे।