उदयपुर । उदयपुर में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के प्रदेश संयोजक एवं शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष कुमार जी शर्मा के निर्देशन में सोमवार को जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ हुआ। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक पंकज कुमार शर्मा ने बताया की शिविर के प्रथम दिवस पर सोमवार को प्रातः 9.00 बजे - पूर्व सांसद, कांग्रेस संचालन समिति के सदस्य रघुवीर मीणा, एसीईओ विनय पाठक ने गाँधी मैदान से शहीद स्मारक नगर निगम तक "अहिंसा रैली" को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का समापन शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। सुखाड़िया रंगमंच नगर निगम में कार्यक्रम का उद्घाटन 11:00 बजे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि एवं सूत की माला अर्पित कर दीप प्रज्वलित करके हुआ। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरजा व्यास ने महात्मा गांधी की धर्मनिरपेक्षता एवं आजादी में उनके योगदान को रेखांकित करते हुए कहा की गांधीजी सही रास्ते पर चलने की सीख देते हैं । आज गांधी के विचारों की व्यापकता एवं फैलाव की और अधिक आवश्यकता है । क्योंकि गांधीजी का लोकतंत्र पर अटूट विश्वास था जिसकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रमुख गांधीवादी विचारक प्रोफेसर सतीश राय ने अपने वक्तव्य में गांधी की जीवन शैली एवं गहरे अनुशासन से सीख लेने की बात करते हुए गांधी के विचारों को आत्मसात करने की बात की। उनका मानना था कि सत्य अहिंसा परोपकार, सत्याग्रह, जैसे प्रतीकात्मक जीवन हथियारों की आज सबसे ज्याद जरूरत है। गांधीवादी विचारक प्रोफेसर पी. आर. व्यास, भूपेंद्र जैन ने गांधी जीवन पर विस्तृत व्याख्यान दिए। पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया, श्रम सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष जगदीश श्रीमाली, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बीया, निवर्तमान कांग्रेस शहर जिला अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा, दिनेश श्रीमाली ने भी गांधी दर्शन पर आधारित विचार व्यक्त किए। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक सुधीर जोशी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। पुरण मेनारिया, सत्यनारायण मंगरोरा, फीरोज अहमद शेख, नवल सिंह चुण्डावत, विनोद जैन, शंकर चंदेल, शांता प्रिंस, दीपक व्यास, रियाज हुसैन, अजय सिंह, नजमा मेवा फरोश, सोमेश्वर मीणा, मोहम्मद अयूब, रविंद्र पाल सिंह कप्पू, जेपी निमावत, नेहा कुमावत, बाबूलाल जैन, संजय मन्दवानी महेश त्रिपाठी, गोपाल राय नगर, अशोक तम्बोली, डॉ. संदीप गर्ग, भगवान सोनी, बंशीलाल पालीवाल, गिरिराज मीणा सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।