16 से 18 जनवरी, 2025 तक सर पदमपत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर में कंप्यूटिंग और सूचना विज्ञान संकाय (एफसीआई) द्वारा "साइबर सुरक्षा" पर तीन दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य साइबर सुरक्षा खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, लैस करना था। व्यावहारिक कौशल वाले प्रतिभागी, और क्षेत्र में नवीनतम विकास पर चर्चा करते हैं। कार्यशाला में श्री माधव अजवालिया, एक प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने वायरशार्क, एनएमएपी, एसक्यूएलमैप, जॉन द रिपर और डब्ल्यू3एएफ जैसे उन्नत उपकरणों का उपयोग करके व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। इन सत्रों ने प्रतिभागियों को वास्तविक दुनिया की साइबर सुरक्षा चुनौतियों का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया, जिससे खतरे का पता लगाने और शमन तकनीकों की गहरी समझ को बढ़ावा मिला।
कार्यशाला में उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों के 90 से अधिक छात्रों ने कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया। उपस्थित लोग सक्रिय रूप से व्यावहारिक गतिविधियों में लगे रहे, जिसमें सिम्युलेटेड साइबर हमले परिदृश्य भी शामिल थे, जिससे उनके व्यावहारिक कौशल और समस्या-समाधान क्षमताओं में वृद्धि हुई।
अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पृथ्वी यादव ने एफसीआई के सभी संकाय सदस्यों और छात्रों को अभ्यास के माध्यम से सीखने को बढ़ावा देने के लिए ऐसी व्यावहारिक कार्यशालाओं को आयोजित करने और उनमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। समारोह के दौरान, एफसीआई के डीन प्रो. (डॉ.) अमित कुमार गोयल, अनुसंधान के डीन प्रो. (डॉ.) पी. चक्रवर्ती, एफसीआई के डिप्टी डीन डॉ. सी. गोस्वामी, और पी. सैनी, कार्यशाला समन्वयक, प्रतिभागियों और आयोजन की टीम की सराहना की ।
इस कार्यशाला ने ज्ञान के आदान-प्रदान और कौशल विकास के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिससे साइबर सुरक्षा के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में सक्षम पेशेवरों को तैयार करने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को मजबूत किया गया।