श्रीगंगानगर, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार सम्पूर्ण भारतवर्ष में विधिक सेवा दिवस का आयोजन किया जाना है। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार एवं एक्शन प्लान के अनुसार शुक्रवार को श्रीगंगानगर न्यायक्षेत्र में ’’विधिक सेवा दिवस’’ के अवसर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन जैन आईटीआई श्रीगंगानगर में किया गया। शिविर का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्री गजेन्द्र सिंह तेनगुरिया की अध्यक्षता में किया गया।
श्री तेनगुरिया ने शिविर में उपस्थित जन को सम्बोधित करते हुए बताया कि समाज में फैल रही सामाजिक कुरीतियां राष्ट्र के विकास की अवरोधक हैं। ये सामाजिक विषमताएॅं तथा उनसे उत्पन्न कुरीतियॉं तब तक दूर नहीं की जा सकती जब तक कि, हम उनके मूल कारणों तक नहीं पहुंच सकते व देश में व्याप्त अशिक्षा, निर्धनता तथा बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित नहीं कर लेते हैं इसका कारण लोगों में शिक्षा का अभाव होने के कारण लोग अपनी भलाई को नहीं समझ पा रहे हैं।
बाल विकास विभाग, श्रीगंगानगर के सहायक निदेशक श्री राजीव जाखड़ द्वारा बाल-विवाह प्रतिषेध संबंधी कानून पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करते हुए बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत करवाया गया। बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप व कूरिति है जो कि दिन प्रतिदिन हमारे समाज में फैलती जा रही है, जिसके फलस्वरूप नाबालिक बालक/बालिकाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का खतरा पनपता है। बाल विवाह के जिम्मेवार परिजनों व अन्य सभी सहयोगियों पर प्रशासन व कानून की ओर से कार्यवाही के प्रावधान के बारे में भी बताया गया।
कार्यक्रम में श्री राजेन्द्र कुमार जैन, संस्थापक जैन ग्रुप ऑफ इन्स्टीटॅयूशन, श्रीमती सुधा पालावत, अति. पुलिस अधीक्षक, श्रीगंगानगर, श्री राजीव जाखड़, सहायक निदेशक, बाल विकास विभाग, श्री जोगेन्द्र कौशिक, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति श्रीगंगानगर, श्री रोहताश यादव, चीफ एलएडीसीएस उपस्थित रहे। मंच संचालन श्री नूपूर धींगड़ा ने किया।