भीलवाड़ा। संगम विश्वविद्यालय के प्रबंध संकाय में 18 मार्च से 27 मार्च तक भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद प्रायोजित 10 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में देशभर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के 30 शोधार्थी भाग लेंगे।कार्यशाला के तहत अनुसंधान पद्धति से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनमें प्रकल्पना निर्माण, अनुसंधान उद्देश्यों की पहचान, साहित्य समीक्षा, नमूना विधियाँ, डेटा संग्रह, सांख्यिकीय उपकरण एवं तकनीक, अनुसंधान प्रस्ताव तैयार करना एवं एआई का उपयोग शामिल हैं।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रो. आनंद पालीवाल (पूर्व सदस्य, भारतीय विधि आयोग एवं अधिष्ठाता, विधि विभाग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर) होंगे।
साथ ही प्रो. अमरेंद्र पाणि (हेड ऑफ रिसर्च डिवीजन, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज) और डॉ. राजकुमार चतुर्वेदी (प्राचार्य, एमएलवी कॉलेज, भीलवाड़ा) बतौर मुख्य वक्ता कार्यशाला में अपने विचार साझा करेंगे।संगम विश्वविद्याल के कुलपति प्रो. करुनेश सक्सेना ने इसे विश्वविद्यालय के लिए एक गरिमामयी उपलब्धि बताया और कहा कि शोध को बढ़ाने के लिए भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद , भारत सरकार का बहुत ही महत्त्वपूर्ण पहल है । उप कुलपति प्रो. मानस रंजन पाणिग्रही ने इसे शोधार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी कार्यशाला करार दिया और कहा कि देश में शोध गुणवत्ता बढ़ेगी।
कुलसचिव प्रो. राजीव मेहता ने विभाग को इस कार्य हेतु शुभकामनाएं प्रदान की।परियोजना निदेशक डॉ. तनुजा सिंह ने बताया कि कार्यशाला में प्रायोगिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि शोधार्थी इसे शोध कार्य में प्रयोग कर सके।प्रबंध संकाय के के अधिष्ठाता डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि इस कार्यशाला में देशभर के विश्वविद्यालयों से शोधार्थी भाग लेंगे, जिनमें देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, कोटा विश्वविद्यालय, केरल विश्वविद्यालय, दयालबाग विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, मंदसौर विश्वविद्यालय, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर, मनिपाल विश्वविद्यालय जयपुर. बी.आर. अंबेडकर विश्वविद्यालय एवं जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, भोपाल नोबल विश्वविधालय उदयपुर आदि शामिल हैं।