उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल विश्वविद्यालय के फिजियोथैरेपी कॉलेज में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य फिजियोथैरेपी प्रबंधन में नैतिकता और इसके भविष्य में करियर संबंधी अवसरों के बारे में छात्रों को जागरूक करना था।
सेमिनार का उद्घाटन कॉलेज के डीन डॉ. ज़फ़र खान, ने किया। इस अवसर पर वक्ताओं का स्वागत करते हुए डॉ.खान ने विद्यार्थियों को इस सेमिनार के महत्व के बारे में बताया। सेमिनार में प्रमुख वक्ता जयपुर से आए सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट, डॉ.विक्रम यादव ने छात्रों को फिजियोथैरेपी प्रबंधन और भविष्य में करियर के अवसरों पर विस्तृत जानकारी दी। डॉ.यादव ने फिजियोथैरेपी प्रबंधन में नैतिकता के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया और छात्रों को इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान पर प्रकाश डाला।
सेमिनार का उद्देश्य फिजियोथैरेपी में नैतिकता को समझना और उसे प्रैक्टिकल लाइफ में लागू करने के तरीके के बारे में छात्रों को गहराई से जानकारी प्रदान करना था। डॉ.यादव ने फिजियोथैरेपी के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि मरीजों के साथ नैतिक व्यवहार, पेशेवर जिम्मेदारियां, और मरीजों की गोपनीयता की अहमियत पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि फिजियोथैरेपी में नैतिकता का पालन न केवल पेशेवर छवि को बेहतर बनाता है, बल्कि मरीजों के प्रति भी विश्वास स्थापित करता है।
सेमिनार में कॉलेज फैकल्टी डॉ.दीपक लोहार,डॉ.फारुक मोहम्मद,डॉ.शुभम मेनारिया, डॉ.सोनम सोनी,डॉ.रेणुका पाल,डॉ.विवेक मेनारिया,डॉ.प्रेक्षा,डॉ.आबिद एवं डॉ.आदिल के साथ साथ कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओ ने भाग लिया।