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राहुल अग्रवाल ने बताया राष्ट्रवादी और संस्कार प्रधान शिक्षा

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28 Jan 25
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राहुल अग्रवाल ने बताया राष्ट्रवादी और संस्कार प्रधान शिक्षा

उदयपुर। दक्षिण राजस्थान के प्रतिष्ठित पेसिफिक विश्वविद्यालय में 76वें गणतंत्र दिवस समारोह को उत्साहपूर्वक मनाया गया। गणतंत्र दिवस के रंगारंग समारोह में योग के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न तरह के आसन जिन्हें की पिरामिड की आकृति में प्रस्तुत किया गया इसने सभी को रोमांचित कर दिया। देश भक्ति तथा समर्पण की भावना से ओतप्रोत विभिन्न संस्कृतिक नृत्यों ने सभी दर्शकों को भावुक कर दिया।

समारोह के स्वागत उद्बोधन में बोलते हुए पेसिफिक समूह से राहुल अग्रवाल ने कहा की उच्च नैतिक मूल्यों पर आधारित वैज्ञानिक पद्धति से विद्यार्थियों को विभिन्न संकायों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षा प्रदान की जा रही है जिससे कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके और भारत पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने-अपने क्षेत्र में समर्पित प्रयास करते हुए नवीन शोध का भी आह्वान किया।

पेसिफिक ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन के प्रेसिडेंट प्रोफेसर बीपी शर्मा ने इस अवसर पर प्राचीन भारतीय गणराज्य व्यवस्था एवं सुशासन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे यहां व्यापक जनकल्याण की भावना काफी पुरानी है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। राष्ट्र के प्रति निष्ठावान रहते हुए हमें अपने सभी दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए फिर चाहे वह प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करों का भुगतान हो या सड़क पर चलने के नियमों का पालन हो या प्राकृतिक संसाधनों का अनुकूलतम प्रयोग हो ।

पेसिफिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हेमंत कोठारी ने इस शैक्षणिक सत्र में अखिल भारतीय स्तर पर खेलों में पदक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों, शोध में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने शिक्षकों व शोधार्थियों का सम्मान किया। निष्ठा और नियमितता के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों में संलग्न विश्वविद्यालय कर्मचारियों के योगदान को भी इस अवसर पर सराहा गया एवं उन्हें प्रशस्ति पत्र दिए गए। कोठारी ने कहा कि बदलते डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के साथ तालमेल बनाकर करियर और उद्योग में विकास की ओर अग्रसर हो सकते हैं। उन्होंने शोध व नवाचार पर जोर दिया और कहा कि समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए हमें अधिक से अधिक नवीन शोध व पेटेंट पर ध्यान देना होगा।

सीईओ शरद कोठारी के अनुसार विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए बिना किसी भेदभाव के समान अवसर सभी विषयों के विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्हें अकादमिक एवं कैरियर संबंधी मार्गदर्शन नियमित रूप से उपलब्ध करवाया जा रहा है जिससे कि वे अपने सभी नागरिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर सके।


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