उदयपुर, बदलती जीवनशैली के कारण डायबिटीज और लकवा जैसे रोगों के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल द्वारा विश्व मधुमेह दिवस पर फतह सागर में इंडियन स्ट्रोक एसोसिएशन, वर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन और स्ट्रोक सपोर्ट ग्रुप उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में "रन फॉर डायबिटीज" और "मिशन फॉर ब्रेन अटैक" के तहत लकवा जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आम जनता को मधुमेह और लकवा से बचाव के उपायों के बारे में बताया गया।
रन फॉर डायबिटीज का उद्घाटन पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, वर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसिडेंट और मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ. निर्मल सूर्या, डॉ. अतुलाभ वाजपेयी, डॉ. वी.के. गोयल, डॉ. गिरिष वर्मा, डॉ. जगदीश विष्णोई, और डॉ. वीरेंद्र चौधारी ने किया। इस अवसर पर राहुल अग्रवाल ने बताया कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जिसके लक्षणों के बारे में आम जनता को जानकारी नहीं होती और समय पर जांच के अभाव में यह बीमारी बढ़ती रहती है।
मिशन फॉर ब्रेन अटैक के तहत, डॉ. निर्मल सूर्या ने "ईच वन, टीच वन" थीम के तहत सभी को लकवा के प्रति जागरूक करने का संदेश दिया, ताकि भारत में लकवा से होने वाली मौतों और अपंगता को रोका जा सके। इस अभियान में रैलियां, टॉक्स और क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। उदयपुर में "BE-FAST" विधि के माध्यम से लकवे के लक्षणों को पहचानने पर जोर दिया गया, ताकि आम लोग समय रहते लकवा के शिकार व्यक्ति को बचा सकें।
डॉ. अतुलाभ वाजपेयी ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान, वर्ल्ड न्यूरो रिहैब फेडरेशन और पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत राजस्थान में लकवा और न्यूरो रिहैबिलिटेशन के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।