नई दिल्ली ।राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध सालासर हनुमान जी मन्दिर के निकट स्थित ऐतिहासिक सुजानगढ़ कस्बें में 250 करोड़ रु की लागत से बनने वाले तीन सौ पलंगों की क्षमता वाले सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का मंगलवार पंद्रह अप्रैल को केन्द्रीय विधि और न्याय(स्वतन्त्र चार्ज) और संसदीय कार्य राज्य मन्त्री अर्जुन राम मेघवाल शिलान्यास करेंगें ।
इस अवसर पर अखिल भारतीय सांगलिया धुणी पीठाधिश्वर ओमदास जी महाराज का पावन सानिध्य भी मिलेगा ।
सुक्षेम फाउंडेशन के ट्रस्टी के सी मालू ने बताया कि समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रुप में राजस्थान के उप मुख्यमन्त्री प्रेम चन्द बैरवा, चिकित्सा और स्वास्थ्य मन्त्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, नगरीय विकास और आवासन (यूडीएच)मन्त्री झाबर सिंह खर्रा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मन्त्री अविनाश गहलोत और भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष के पूर्व नेता राजेन्द्र राठौड़ भी मौजूद रहेंगें । मंच पर स्थानीय विधायक मनोज मेघवाल और नगरपरिषद सभापति नीलीफ़ोर गौरी बतौर मेजबान अतिथियों का स्वागत करेंगे।
समारोह में सुक्षेम फाउंडेशन के संरक्षक शायर और हीरालाल मालू के साथ ही उपाध्यक्ष बजरंग लाल बाहेती, महामन्त्री राजेन्द्र दाधीच, कोषाध्यक्ष अनिल जैन, ट्रस्टी विजय सिंह डोसी, जे सी शर्मा, अनिता चोरड़िया और यशवन्त बाफना भी उपस्थित रहेंगे ।
*सुक्षेम फाउंडेशन बनवायेगा अस्पताल भवन तथा राज्य सरकार करेगी संचालन*
ट्रस्टी के सी मालू ने बताया कि इस अस्पताल के लिए पिछले वर्ष जयपुर में आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 में सुक्षेम फाउंडेशन और राजस्थान सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पत्र (एमओयू ) पर हस्ताक्षर किए गए थे। सुक्षेम फाउंडेशन जन सहयोग से इस अस्पताल भवन का निर्माण कराएगा तथा इसका संचालन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। सुक्षेम फाउंडेशन लीनन बदलने और साफ-सफाई आदि जिम्मेदारी का निर्वहन भी करेगा l
*सुजानगढ़ महोत्सव में हुआ था बीजारोपण*
मालू ने बताया कि इस अस्पताल की परिकल्पना वर्ष 2018 में कनेक्ट टू रूट्स की सोच के साथ सफलतापुर्वक आयोजित हुए सुजानगढ़ महोत्सव में की गई थी।इस महोत्सव में 900 देशी और 50 विदेशी प्रवासी तीन दिनों तक सुजानगढ़ में रहें थे, तब इस अंचल में चिकित्सा और शिक्षा के विस्तार की आवश्यकता को पूरी करने के संकल्प के साथ सुक्षेम फाउंडेशन की स्थापना की गई थी और सुक्षेम भवन का बीजारोपण हुआ था ।
*2027 तक बन तैयार होगा अस्पताल भवन,दस लाख आबादी को होगा लाभ*
मालू ने बताया कि इस अस्पताल के लिए सुक्षेम फाउंडेशन ने 57 बीघा भूमि अधिग्रहित कर राज्य सरकार के चिकित्सा विभाग के साथ एक एमओयू किया जिसके अनुसार वर्ष 2027 तक यह अस्पताल भवन तैयार करवा राज्य सरकार को सुपुर्द कर दिया जाएगा। इस अस्पताल के बनने से सुजानगढ़ और आसपास की 10 लाख आबादी लाभान्वित होगी। वर्तमान सरकारी हॉस्पिटल 65 वर्ष पुराना है और 1960 में जब यह बना था तब, सुजानगढ़ की आबादी मात्र 30 हजार थी जोकि,अब बढ़ कर 2 लाख हो गई है। जयपुर और बीकानेर के मध्य उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने से प्रति वर्ष सैकड़ों मरीज रास्ते में ही अपना दम तोड़ देते है। इस लिहाज़ से यह मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल क्षेत्रवासियों के लिए एक संजीवनी बूटी साबित होगा।
*आयुष कॉम्प्लेक्स, चिकित्सकीय आवास एवं अतिथि घर और विशाल कृष्ण मन्दिर बनेगा*
उपाध्यक्ष बजरंग लाल बाहेती ने बताया कि इस अस्पताल परिसर के साथ एक ही छत के नीचे आयुष कॉम्प्लेक्स में आयुर्वेदिक एवं नेचरोपैथी,योग एवं ध्यान केन्द्र आदि सभी सुविधायें उपलब्ध होंगी तथा एक वृद्धाश्रम भी बनेगा।साथ ही संस्था परिसर में अध्यात्म साधना के लिए एक विशाल कृष्ण मन्दिर का निर्माण कराया जाएगा एवं यहाँ धन्वतरी की मूर्ति भी लगेगी। इसके अलावा अस्पताल के डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ,नर्सिंग और अन्य स्टाफ आदि के लिए तथा मरीजों के परिजनों के लिए आवास एवं आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों के लिए निःशुल्क धर्मशाला तथा विजिटिंग डॉक्टर्स के लिए गेस्ट हाऊस आदि भी बनवाएँ जाएँगे ।
महामन्त्री राजेन्द्र दाधीच और कोषाध्यक्ष श्री अनिल जैन ने बताया कि इन सभी सुविधाओं के मद्दे नजर सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को निकट भविष्य में बतौर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल क्रमोन्नत किया जा सकेगा ।
*सुजानगढ़-गुणीजनों ,समझदार एवं बुद्धिमान लोगों की धरती*
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के चूरू ज़िले के सुजानगढ़ कस्बें को गुणीजनों,समझदार एवं बुद्धिमान लोगों की धरती का शहर माना जाता है। यहाँ पद्मश्री और धरती धौरा री..गीत के कालजयी कवि कन्हैया लाल सेठिया जैसे साहित्यकार, बॉलीवुड में खेमचन्द प्रकाश, जमाल सेन जैसे संगीतकार एवं कथक गुरु, वीणा केसेटेट्स का मालू परिवार, बगड़िया, जाजोदिया, सेठिया परिवार जैसे उद्योगपति एवं दानी मानी सज्जन हुए है ।जिन्होंने क्षेत्र के विकास में तन,मन और धन से सहयोग प्रदान कर अपनी यश पताका फहराई है। सुजानगढ़ अपने दिगम्बर एवं श्वेताम्बर और दक्षिण भारत के तिरुपति मन्दिर के साथ ही निकटवर्ती सालासर बालाजी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर और डूंगर बालाजी, छापर के ब्लेक डीयर पार्क,लाडनूँ के जैन विश्व भारती आदि के कारण देश विदेश में प्रसिद्ध है।यहाँ के अनगिनत लोग भारतीय सेना में सीमाओं की रक्षा में लगे हुए है तों,वणिक वर्ग के लोग व्यापार और उद्योग क्षेत्र में अपनी ख्याति अर्जित कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहें हैं।