उदयपुर, समकालीन कला जगत के प्रसिद्ध कलाकार दीपक शिंदे, विनोद शर्मा (मुंबई), पद्मश्री प्रेमजीत बारिया (दमन दीव), संतोष वर्मा (नई दिल्ली) के साथ संस्था चेयरमैन सुरेश शर्मा द्वारा कला विभुत भावनाओं को केनवास पर छः दिवसीय कैंप में साकार किया जा रहा है। अध्यक्ष विद्यासागर उपाध्याय ने बताया कि इन शिविरों के महत्व एवं उद्देश्य देश भर के विभिन्न भागों में काम कर रहे अलग अलग माध्यमों में प्रयोग करने वाले कलाकारों द्वारा कार्यानुभव साझा करना है ताकि नवनवीन उपयोगी तकनीकों का लाभ सभी को मिल सके। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने अपने इच्छित माध्यम अनुरूप कार्यशाला को नई ऊंचाइयां दी। सचिव संदीप पालीवाल ने बताया कि मुंबई से चरण शर्मा, राजेन्द्र पाटिल, जयपुर से विनय शर्मा, गौरीशंकर सोनी एवं कई स्थानीय कलाकार अब्बास बाटलीवाला, छोटूलाल, आर के शर्मा, सी पी चौधरी, ललित शर्मा, सुभाष मेहता , रघुनाथ शर्मा के साथ कई अन्य कलाकारों ने भी कार्य आरंभ किया है।
इसके समानांतर ही राजस्थान के कला, संस्कृति विभाग के सहयोग से "अखिल भारतीय मल्टीमीडिया कैंप" भी आरंभ हुआ है, जिसमें सेरेमिक, टेराकोटा, ग्राफिक्स, ड्राइंग जैसे माध्यमों एवं तकनीकों से सृजन किया जा रहा है। बड़ोदरा से अरुण बी. अयंतिका सेजवाल, लखनऊ से प्रेमशंकर प्रसाद, जयपुर से मीनू श्रीवास्तव एवं रेखा भटनागर, उदयपुर से समता पाठक , सुधाकर बेलेकर, ,जयेश सिकलीगर, शंकर शर्मा , नसीम अहमद , आदित्य धाबाई आदि कई कलाकारों ने अपने इच्छित माध्यम व शैली के अनुसार जीरो शोरो से कार्यारंभ कर दिया है।
12 मार्च तक चलने वाले इन दोनों कला शिविरों में लगभग 42 कलाकारों के सृजन अनुभवों एवं विविध शैलियों से कई नए कल्पित बिंब साकार होंगे। संस्था की कला दीर्घा में समापन दिवस पर इन कृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।