नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को साकार करने के लिए समाज के हर वर्ग के सहयोग और योगदान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से समाज के सामर्थ्यवान वर्ग को इस दिशा में आगे आना होगा। वे रविवार को नई दिल्ली के जनपथ स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर सभागार में अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन द्वारा आयोजित अग्र अलंकरण सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में संपन्न हुआ।
ओम बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि अग्रवाल समाज न केवल समर्थ और सक्षम समाज है, बल्कि यह हमेशा भगवान अग्रसेन की प्रेरणाओं से प्रेरित होकर देश के चहुमुखी विकास में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। इस समाज का अपना एक गौरवशाली इतिहास है और इसमें अनेक अद्वितीय प्रतिभाएँ मौजूद हैं। उन्होंने कार्यक्रम में अग्रवाल समाज की प्रतिभाओं और विशिष्टजनों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने भी सम्मानित प्रतिभाओं को दुपट्टा पहनाकर आशीर्वाद दिया।
समारोह में एनएनएस, मेरी दिल्ली समूह और व्यापार केसरी के सीएमडी और प्रधान संपादक राजेश गुप्ता को भी अन्य समाजसेवी प्रतिभाओं के साथ सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के राष्ट्रीय चेयरमैन प्रदीप मित्तल, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता, महामंत्री गिरीश मित्तल, और राजेश भारुका द्वारा संगठन की गतिविधियों की जानकारी देने से हुई। उन्होंने बताया कि शनिवार को नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में समाज के ग्यारह सूत्रीय कार्यक्रम को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही निर्णय लिया गया कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाज एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समाज के हर वर्ग का योगदान जरूरी है। अग्रवाल समाज ने हमेशा समाज और देश के विकास में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई है। उन्होंने अन्य वर्गों को भी इस समाज से प्रेरणा लेने का आह्वान किया, ताकि देश के विकास में सबका योगदान सुनिश्चित हो सके।
यह समारोह न केवल अग्रवाल समाज के योगदान की प्रशंसा का मंच बना, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।