GMCH STORIES

नशा विकास में बाधक: डॉ. पी.सी. जैन

( Read 818 Times)

25 Mar 25
Share |
Print This Page

नशा विकास में बाधक: डॉ. पी.सी. जैन

उदयपुर | महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा माननीय राज्यपाल के स्मार्ट विलेज इनिशिएटिव अन्तर्गत चयनित गांव हींता में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के मुख्य अतिथि प्रख्यात वॉटर मेन डॉ. पी.सी. जैन ने अपने अनुभव को साझा करते हुये नशे की सच्ची कहानियां बताई एवं उन्हें छुड़ाने के उपाय भी बताये व सभी उपस्थित प्रतिभागियों ने नशा गीत मिलकर गाया तथा गांजा, शराब, तम्बाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, नशीली दवाईयां, अफीम आदि नशीले पदार्थों से दूरी बनाये रखने की शपथ दिलाई। साथ ही उन्होनें बताया कि शराब के अत्यधिक प्रयोग से गांव में कई परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही जिससे परिवार टूटने की स्थिति आ जाती है तथा अपराधों का मुख्य कारण अत्यधिक शराब एवं नशेली वस्तुएं है। डॉ. आर.एस. राठौड़, समन्वयक, स्मार्ट विलेज ने बताया कि इस मौके पर सामुदायिक एवं व्यवहारिक विज्ञान महाविद्यालय, डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय, उदयपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना के 195 छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली एवं अपने विभिन्न चार्ट व पोस्टर जैसे शराब, तम्बाकु, धुम्रपान एवं गुटखा इत्यादि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। उन्होनें स्मार्ट गांव में किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की। सामुदायिक एवं व्यवहारिक विज्ञान महाविद्यालय, उदयपुर की डॉ. मोनिका ने दशामाता पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि हमारे जीवन में वृक्षों के संरक्षण को धार्मिक उत्सवों से जोड़ा गया है। डॉ. कुसुम मेघवाल, सीडीएफटी ने बताया कि बच्चों द्वारा नशे पर आधारित नुक्कड़ नाट्य का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया। डॉ. रणवीर सिंह शेखावत, सीटीएई ने वर्षा जल संरक्षण एवं उपयोग पर संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण एवं कृषक एवं महिलाओं ने भाग लिया।
 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like