उदयपुर: महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक राजस्थान कृषि महाविद्यालय, उदयपुर के आईपीएम थियेटर में प्रयोगशालाओं की एनएबीएल मान्यता पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. भूमि राजगुरू ने एनएबीएल द्वारा आयोजित विभिन्न कार्ययोजनाओं, प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने खाद्य और कृषि रसायनों के मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के परीक्षण एवं प्रमाणपत्रों की राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की। डॉ. राजगुरू ने विकसित भारत 2047 हेतु गुणवत्ता युक्त उत्पादन की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभियंता कुलदीप सिंह राजपूत ने प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता मापदंडों पर चर्चा करते हुए एनएबीएल संस्थान के कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. एस.एस. लखावत, प्राध्यापक उद्यान विज्ञान एवं सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने बताया कि विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के 200 प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन पर कृषि रसायन और मृदा विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.के. यादव ने मिट्टी की गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य सुधार पर प्रकाश डालते हुए कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक और महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर.बी. दुबे का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमित दाधिच ने किया, जिन्होंने सभी सहभागियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। (mohsina bano)