ख्वाहिश इश्क की नहीं होती है
लेकिन दिल इश्क की ओर
रुख करने लगता है
और जब इश्क़ होने लगता है
तब सब कुछ नया नया सा लगने लगता है
डॉ . बी.आर बैरवा
इंतजार
जाहिर नहीं करता
लेकिन इंतजार है मुझे
तुम्हारे फैसले का
और तुम्हारी वफा
मुझे देगी हौसला
और मैं हर परेशानी से
लड़ने के लिए हो जाऊंगा तैयार
बस इंतजार है तो
तुम्हारी वफा का
डॉ . बी . आर बैरवा